47 वर्षीय सचिन बने मैन ऑफ द मैच, इंडिया लीजेंड्स ने सेमीफाइनल में वेस्टइंडीज लीजेंड्स को 12 रनों से हराया
47 साल के सचिन तेंदुलकर ने फिर वही किया जिसके लिए वह जाने जाते रहे हैं। वनडे क्रिकेट में भारत की शान रहे सचिन उम्र के इस पड़ाव पर भी टी-20 में ऐसा खेल दिखाएंगे किसी ने सोचा ना था। न जाने कितनी ही बार सचिन ने टीम इंडिया को अपने बल्ले से फाइनल का टिकट दिलाया है। इस बार यह काम लीजेंड्स टीम के लिए किया।
रायपुर के शहीद वीर नारायण स्टेडियम में रोड सेफ्टी वर्ल्ड सीरीज के सेमीफाइनल में टॉस जीतकर भी वेस्टइंडीज लीजेंड्स ने पिछले मैचों से सबक नहीं लिया और गेंदबाजी का फैसला कर डाला। सनद रहे कि क्वार्टरफाइनल में भी दक्षिण अफ्रीका ने टॉस जीता था और उसे 200 से ज्यादा के स्कोर का पीछा करना पड़ गया था।
बल्लेबाजी करने उतरी सचिन सहवाग की जोड़ी ने शुरुआत से ही तेजी से रन जोड़े। पहले पॉवरप्ले में ही भारत 50 रनों से आगे पहुंच गया। भारत ने पहला विकेट वीरेंद्र सहवाग का गंवाया जो 35 रन बनाकर आउट हो गए। उनकी 17 गेंदो की पारी में 5 चौके और 1 छक्का शामिल था।
सचिन का साथ देने आए कैफ ने रनों की गति पर अंकुश नहीं लगने दिया और तेंदुलकर ने भी खुलकर खेलना जारी रखा। मोहम्मद कैफ 27 के स्कोर पर आउट हो गए उन्होंने 2 चौके और 2 छक्के लगाए। इस दौरान सचिन ने भी अपना अर्धशतक पूरा किया।
आउट होने से पहले सचिन तेंदुलकर ने 42 गेंदो में 65 रनों की पारी खेल डाली जिसमें 6 चौके और 3 छक्के शामिल थे। इसके बाद बल्लेबाजी करने आए यूसूफ पठान ने युवी के साथ बेतहाशा रन बटोरे। युवराज सिंह ने तो नागामूट्टू के एक ओवर में 4 छक्के मार दिए।
युवराज सिंह ने 20 गेंदो में 49 रनों की सनसनीखेज पारी खेली जिसमें 1 चौका और 6 छक्के शामिल थे। यूसूफ पठान ने भी 20 गेंदो में 37 रन बनाए जिसमें 2 चौके और 3 छक्के शामिल थे। टीम इंडिया ने निर्धारित 20 ओवरों में 3 विकेट खोकर 218 रनों का पहाड़ जैसा लक्ष्य इंडीज लीजेंड्स के सामने रखा। टीनो बेस्ट ने 25 रन देकर सर्वाधिक 2 विकेट लिए।
लक्ष्य का पीछा करने उतरी वेस्टइंडीज लीजेंड की शुरुआत अच्छी नहीं रही और विलियम पर्किन्स मात्र 9 रन बनाकर पवैलियन रवाना हो गए। इसके बाद ड्वेन स्मिथ और देवनारायण के बीच 99 रनों की साझेदारी ने टीम को संभाला।
ड्वेन स्मिथ को पठान बंधुओं ने मिलकर आउट किया। स्मिथ ने 36 गेंदो में शानदार 63 रन बनाए जिसमें 9 चौके और 2 छक्के शुमार थे। किर्क एडवर्ड्स बिना खाता खोले ही आउट हो गए और क्रीस पर आए सचिन के समकालीन बल्लेबाज ब्रायन लारा।
51 वर्ष के लारा भी आज गजब के फॉर्म में थे। नारायण के साथ उन्होंने 80 रनों की साझेदारी कर इंडिया लीजेंड्स के हाथ पैर फुला दिए। जब वह 46 के स्कोर पर आउट हुए तो टीम इंडिया की जान में जान आयी। लारा ने 4 चौके और 2 छक्के लगाए।
कुछ ही देर बाद वेस्टइंडीज की अंतिम उम्मीद देवनारायण भी रनआउट हो गए। देवनारायण ने 44 गेंदो में 59 रन बनाए जिसमें 5 चौके और 2 छक्के शामिल थे। टीम इंडिया ने यह मैच 12 रनों से जीत लिया। विनय कुमार ने 26 रन देकर 2 विकेट लिए। सचिन को ताबड़तोड़ पारी के लिए मैन ऑफ का पुरुरस्कार दिया गया। (वेबदुनिया डेस्क)