ओसबोर्न:कप्तान यश धुल (110) के शानदार शतक और उनकी उपकप्तान शेख रशीद (94) के साथ तीसरे विकेट के लिए 204 रन की दोहरी शतकीय साझेदारी और गेंदबाजों के सधे हुए प्रदर्शन की बदौलत भारत ने ऑस्ट्रेलिया को अंडर 19 विश्व कप के दूसरे सेमीफाइनल में बुधवार को 96 रन से करारी शिकस्त देकर लगातार चौथी बार फाइनल में प्रवेश कर लिया जहां उसका मुकाबला शनिवार को इंग्लैंड के साथ होगा इस तरह भारत लगातार चौथी बार इस टूर्नामेंट के फाइनल में प्रवेश करने वाली पहली टीम बन गई है।
साल 2016 से भारत इस टूर्नामेंट के फाइनल में पहुंच रहा है। 2016 में भारत को वेस्टइंडीज से खिताबी हार मिली थी। साल 2018 में भारत ने ऑस्ट्रेलिया को फाइनल में हराकर चौथी बार यह ट्रॉफी अपने नाम की थी। साल 2020 में भी भारत को मौका मिला था लेकिन बांग्लादेश ने फाइनल में उलटफेर कर भारत को 3 विकेट से हरा दिया था।
यश धुल ने जड़ा शतकभारत ने 50 ओवर में पांच विकेट पर 290 रन का मजबूत स्कोर बनाने के बाद ऑस्ट्रेलिया को 41.5 ओवर में 194 रन पर निपटा दिया। यश धुल को उनकी शतकीय पारी के लिए प्लेयर ऑफ द मैच का पुरस्कार दिया गया।यह इस टूर्नामेंट में भारत की लगातार पांचवीं जीत है और वह अजेय बना हुआ है।
टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने उतरे भारत ने 37 रन तक अपने दो विकेट खो दिए थे लेकिन यश और रशीद ने तीसरे विकेट के लिए जबरदस्त साझेदारी की। यश ने 110 गेंदों में 10 चौकों और एक छक्के के सहारे 110 रन बनाये जबकि रशीद ने 108 गेंदों पर आठ चौकों और एक छक्के के सहारे 94 रन बनाये। भारत ने आखिरी ओवर में 27 रन सहित अंतिम 10 ओवरों में 108 रन बटोरे। दिनेश बाना ने मात्र चार गेंदों पर दो चौके और दो छक्के उड़ाते हुए नाबाद 20 रन बनाये। निशांत संधू ने 10 गेंदों में नाबाद 12 रन बनाये।ऑस्ट्रेलिया की तरफ से जैक निस्बेट और विलियम सॉल्ज़मैन ने दो दो विकेट लिए।
बल्लेबाज़ों के बाद भारतीय स्पिनरों ने कमाल दिखाया। अंगकृष रघुवंशी ने कैंपबेल केलावे (30) और कोरी मिलर (38) के बीच दूसरे विकेट के लिए हुए 68 रन की साझेदारी को तोड़ा। इसके बाद विकी ओस्तवाल और निशांत सिंधु ने अपना जादू बिखेरना शुरू किया।
स्पिनरों ने ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाज़ों को बांधे रखा और एक समय 71/1 पर खड़ी ऑस्ट्रेलियाई टीम का स्कोर 125 रन पर सात विकेट हो गया। इसके बाद बस औपचारिकता ही बची थी। यह लगातार तीसरी बार है जब भारत ने ऑस्ट्रेलिया को अंडर 19 विश्व कप से बाहर किया है।
हालांकि भारत की शुरुआत अच्छी नहीं रही थी। अच्छे फ़ॉर्म में चल रहे दोनों सलामी बल्लेबाज़ रघुवंशी (6) और हरनूर सिंह (16) 13वें ओवर में ही 37 के स्कोर तक पवेलियन में थे। लेकिन इसके बाद धुल और रशीद ने अपना कमाल दिखाना शुरू किया।
शुरुआत में उन्होंने धीरे-धीरे पारी को आगे बढ़ाया। 13 से 28 ओवर के बीच दोनों ने बस तीन चौके लगाए और सुनिश्चित किया कि भारत के पास आख़िरी ओवरों के लिए पर्याप्त विकेट बचे रहे। हालांकि इस दौरान वे लगातार सिंगल-डबल लेते रहे और पारी को 100 के पार पहुंचाया।
29वें ओवर से धुल ने आक्रमण करना शुरू किया। 31वें ओवर में एक पुल शॉट पर चौका लगाकर उन्होंने 64 गेंदों पर अपना अर्धशतक पूरा किया। 36वें ओवर तक टीम इंडिया का स्कोर 150 रन था। वहीं रशीद अब भी धीरे-धीरे पारी को आगे बढ़ा रहे थे। उन्होंने 78 गेंदों पर अपना अर्धशतक पूरा किया।
अर्धशतक जमाने के बाद रशीद अलग ही खिलाड़ी दिखे। उन्होंने एक ही ओवर में दो चौके लगाकर इसके संकेत दिए और फिर विलियम सॉल्ज़मैन के एक ही ओवर में हैट्रिक चौका मारा। यह पारी का 41वां ओवर था।
धुल ने लगातार दो चौके लगाकर अपने स्कोर को 90 से 98 तक पहुंचाया, इसके बाद दो रन लेकर उन्होंने अपना शतक पूरा किया। शतक लगाने के बाद भी उनका आक्रामक रुख़ जारी रहा और उन्होंने गेंदबाज़ के ऊपर से एक शानदार छक्का लगाया। हालांकि वह 110 के स्कोर पर नाटकीय ढंग से रनआउट हो गए। इसके अगली ही गेंद पर रशीद भी 94 रन पर पॉइंट पर कैच आउट हो गए।
दो गेंदों पर दो विकेट गिरने के बाद भी भारतीय बल्लेबाज़ लगातार आक्रामक रहे। दिनेश बाना ने चार गेंदों पर नाबाद 20 रन बनाए और सिंधु के साथ मिलकर पारी की आख़िरी ओवर में 27 रन बनाए।
ऑस्ट्रेलिया के इनफ़ॉर्म बल्लेबाज़ टीग वायली एक रन के ही निजी स्कोर पर आउट हो गए। इसके बाद केलावे और मिलर ने 68 रन की साझेदारी कर पारी को संभालना चाहा। लेकिन भारतीय स्पिनरों ने उनकी हर चाह को अपनी गेंदबाज़ी से धूल धूसरित कर दिया। भारत की तरफ से विकी ओस्तवाल ने 42 रन पर तीन विकेट, निशांत सिंधु ने 25 रन पर दो विकेट और रवि कुमार ने 37 रन पर दो विकेट झटके।
अंडर 19 में भारत हमेशा भारी पड़ा है ऑस्ट्रेलिया परभारत ने अभ्यास मैच में ऑस्ट्रेलिया को हराया था।इसके अलावा भारत ने ऑस्ट्रेलिया को साल 2018 के फाइनल में उसके घर में ही शिकस्त दी थी उस वक्त राहुल द्रविड़ अंडर 19 टीम के कोच थे।अंडर 19 टूर्नामेंट में ऑस्ट्रेलिया पर भारत के दबदबे को इस ही बात से भांपा जा सकता है कि कंगारू कभी 1998 से भारत से यहां एक भी मैच नहीं जीत सका।
कोरोना भी नहीं रोक पाया टीम इंडिया का विजय रथ
चार बार की चैम्पियन भारतीय टीम ने दक्षिण अफ्रीका को 45 रन से हराकर टूर्नामेंट में आगाज किया। इसके बाद हालांकि कई खिलाड़ियों के कोरोना संक्रमित पाये जाने के बाद आयरलैंड के खिलाफ बमुश्किल 11 खिलाड़ी जुट सके।आयरलैंड के खिलाफ दूसरे ग्रुप मैच में पांच खिलाड़ी उपलब्ध नहीं थे।
कप्तान यश धुल, उपकप्तान शेख रशीद, आराध्य यादव, मानव पारख और सिद्धार्थ यादव कोरोना वायरस की चपेट में आ गए थे। ये पांचों आयरलैंड और यु्गांडा के खिलाफ नहीं खेल सके जिसके बाद बीसीसीआई को वैकल्पिक खिलाड़ी भेजने पड़े।
युगांडा के खिलाफ छह रिजर्व खिलाड़ियों को मैदान पर उतारा गया। भारतीय टीम ने हालांकि आयरलैंड और युगांडा दोनों को 174 और 326 रनों से हराया। इसके बाद क्वार्टर फाइनल में बांग्लादेश को 111 रनों के मामलू स्कोर पर समेटने के बाद 5 विकेट से मैच जीत लिया।सेमीफाइनल में ऑस्ट्रेलिया को 96 रनों से हराकर भारत एक बार फिर फाइनल में प्रवेश कर चुका है।