इंदौरी जमीं पर भारत की इंग्लैंड पर 10 विकेट से धमाकेदार जीत
इन्दौर। मध्यप्रदेश क्रिकेट एसोसिएशन के होलकर स्टेडियम में भारत की जीत का शत-प्रतिशत रिकॉर्ड कायम रहा। देश की सीनियर टीम के बाद आज दृष्टिबाधित भारतीय टीम ने हजारों दर्शकों की मौजुदगी में इंग्लैंड को 10 विकेट से धमाकेदार अंदाज में पराजित कर दिया। इस जीत के नायक गणेश व सुकराम रहे, जिन्होने 159 रनों की नाबाद साझेदारी कर अंग्रेज टीम को पराजय के लिए विवश कर दिया।
टी-20 दृष्टिबाधित वल्र्ड कप के तहत खेले गए इस मुकाबले में इंग्लैंड ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का निर्णय लिया और 19.4 ओवर में सभी विकेट खोकर 158 रन बनाए। लुक सुग ने 36 गेंदो पर 48 रनों की पारी खेली। इडी हुसैल ने 23 तथा जस्टिन ने 22 रनों का योगदान दिया। केतन पटेल ने 2 तथा व्यकंटेश, सुनील, सोनू तथा जफर ने 1-1 विकेट लिए। चार खिलाड़ी रन आउट हुए।
जवाब में भारत ने विजयी लक्ष्य को 11 ओवर में ही बगैर किसी नुकसान के अर्जित कर लिया। गणेश ने 34 गेंदो पर 15 चैकों की मदद से 78 तथा सुकराम ने 33 गेंदो पर 12 चौका की मदद से 67 रनों की नाबाद पारी खेली। इन दोनों बल्लेबाजों ने मैदान के चारों ओर रनों की बरसात कर अंग्रेज गेंदबाजों को विकेट के लिए तरसा दिया। चार लीग मुकाबलों में भारत की यह तीसरी जीत थी और इस जीत के बाद उसने सेमीफायनल के लिए अपना दावा पुखता कर लिया है।
दृष्टिबाधित खिलाड़ियों ने जीता दिल : इस मैच में परिणाम से ज्यादा भावनाएं काफी अहम थी, क्योंकि दोनों टीम के खिलाड़ियों ने जिस तरह लाजवाब प्रदर्शन किया वह न सिर्फ काबिलेतारिफ था, बल्कि रोमांचित भी कर देने वाला था। जिस तरह खिलाड़ी घुंघुरू की बॉल पर रन व विकेट ले रहे थे, वह काफी दर्शनीय लग रहा था। कई खिलाड़ी तो डाईव लगाकर गेंद को अपने कब्जे में ले रहे थे और ऐसा लग रहा था कि यह किसी से भी कम नहीं है। वास्तव में इन खिलाड़ियों का जाबांज प्रदर्शन लम्बे समय तक याद रहेगा।
हजारों विद्यार्थियों ने बढ़ाया उत्साह : मैच में सैकड़ों नही हजारों की तादात में स्कूल व कॉलेजों के विद्यार्थी दोनों टीमों का उत्साह बढ़ाने के लिए मौजुद थे। लगभग ग्यारह हजार विद्यार्थियों के साथ ही चार हजार अन्य दर्शक भी उपस्थित थे और इन दर्शकों ने न सिर्फ भारत बल्कि इग्लैड़ के खिलाड़ियों के प्रदर्शन की दाद दी। वैसे तो वल्र्ड कप का आगाज 29 जनवरी को ही हो गया था लेकिन अन्य शहरों के बजाय इन्दौर में हुआ यह मुकाबला दर्शकों के लिहाज से सबसे सफल व सुपरहिट था। इसका श्रेय हजारों विद्यार्थियों को भी जाता है जो कि भारी संख्या में इस अनुठे मुकाबले के रोमांच के साक्षी बने।
आर्केस्टा बैन्ड ने बांधा समां : मैच के दौरान निशक्तजनों व सामान्य कलाकारों का आर्केस्टा बैन्ड विशेष आकर्षण का केन्द्र रहा। देशभक्ति सहित अन्य गीतों पर दर्शक झुमते नजर आ रहे थे, साथ ही खिलाड़ी भी रोमांचित हो रहे थे। मैच के दौरान प्रभावी कमेंट्री भी सुशीम पगारे, रमेश कुशवाह, राजेश वलेचा व शेरसिंह अमरोदिया द्वारा की गई। दर्शक कमेंट्री से काफी प्रभावीत नजर आ रहे थे।
गणेश रहे 'मैन ऑफ द मैच' : इस मैच के हीरो गणेश रहे और उन्हें आक्रमक बल्लेबाजी (दो रन आउट व दो कैच) के लिए 'मैन ऑफ द मैच' का पुरस्कार दिया गया। पुरस्कार वितरण में अतिथि के रूप में कलेक्टर पी. नरहरि, आईडीए अध्यक्ष शंकर लालवानी, वी.के. बाथम, अनिल भंडारी, पुरुषोत्तम अग्रवाल, मो. जफर व राजश्री रॉय मौजुद थी। इस दौरान दोनों अंपायरों के साथ सोनू गोलकर, जयराम, सुकराम तथा दिलीप करम्बलेकर सम्मानित किया गया। मैच प्रारंभ होने के पूर्व महापौर श्रीमती मालिनी गौड़ ने दोनों टीमों से परिचय प्राप्त किया तथा मैच का टॉस भी कराया।