अहमदाबाद:ट्राविस हेड (90) और मार्नस लाबुशेन (63 नाबाद) के जुझारू अर्द्धशतकों के कारण चौथा टेस्ट सोमवार को ड्रॉ होने के बाद भारत ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी टेस्ट सीरीज 2-1 से जीत ली।
ऑस्ट्रेलिया पांचवें दिन की शुरुआत में 88 रन से पिछड़ा हुआ था। मैथ्यू कुह्नेमन (06) का विकेट जल्दी गिरने के बाद हेड और लाबुशेन ने दूसरे विकेट के लिये करीब 49 ओवर में 129 रन की साझेदारी की। सलामी बल्लेबाज हेड ने 163 गेंद पर 10 चौकों और दो छक्कों के साथ 90 रन बनाये, जबकि लाबुशेन ने अपने धैर्य का परिचय देते हुए 213 गेंद में मात्र सात चौके लगाकर 63 रन की नाबाद पारी खेली।
ऑस्ट्रेलियाई पारी के 78 ओवर गुज़रने के बाद भी सिर्फ दो विकेट गिरने पर कप्तान रोहित शर्मा और स्टीव स्मिथ हाथ मिलाकर मैच को ड्रॉ करने पर सहमत हुए। भारत ने इस सीरीज जीत के साथ विश्व टेस्ट चैंपियनशिप (डब्ल्यूटीसी) के फाइनल में भी जगह बना ली है। इंग्लैंड के ओवल मैदान पर जून में होने वाले फाइनल में भारत का सामना ऑस्ट्रेलिया से ही होगा।
ऑस्ट्रेलिया ने नरेंद्र मोदी स्टेडियम की बेजान पिच पर दिन की शुरुआत कुह्नेमन का विकेट गंवाकर की, हालांकि इसके बाद हेड और लाबुशेन पिच पर जम गये। भारत को दिन की पहली सफलता दिलाते हुए रविचंद्रन अश्विन ने कुह्नेमन को छह रन पर पगबाधा किया।
अश्विन ने इसके बाद भी ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाजों को परेशान किया लेकिन दूसरे छोर से साथ न मिलने के कारण वह कंगारुओं पर दबाव नहीं बना सके। पहला सत्र समाप्त होने से पहले हेड अश्विन की गेंद पर पगबाधा होने से बच गये क्योंकि अंपायर का फैसला उनके हित में गया। हेड ने इस जीवनदान का पूरा लाभ उठाते हुए लाबुशेन के साथ लंच के बाद शतकीय साझेदारी कर डाली।
हेड भारतीय सरजमीन पर अपने पहले टेस्ट शतक की ओर बढ़ रहे थे, जब अक्षर पटेल ने उन्हें 90 रन के स्कोर पर बोल्ड कर दिया। यह टेस्ट क्रिकेट में अक्षर पटेल का 50वां विकेट था। वह सबसे कम गेंदों में यह उपलब्धि हासिल करने वाले भारतीय खिलाड़ी हैं।
हेड का विकेट गिरने के बाद भारत को स्टीव स्मिथ के विश्व-स्तरीय डिफेंस का सामना करना पड़ा। दूसरा सत्र समाप्त होने से पहले अश्विन की गेंद स्मिथ के बल्ले को छूती हुई निकली लेकिन विकेटकीपर श्रीकर भरत उसे लपकने में नाकाम रहे।
नरेंद्र मोदी स्टेडियम में दूसरे सत्र के समापन तक क्राइस्टचर्च में न्यूजीलैंड ने श्रीलंका को दो विकेट से मात दे दी थी, जिसके कारण रोहित की टीम डब्ल्यूटीसी फाइनल में पहुंच गयी। स्मिथ (59 गेंद, 10 रन) और लाबुशेन ने आपस में 19 ओवर तक बल्लेेबाजी की, जिसके बाद दोनों कप्तानों ने हाथ मिलाकर मैच को समाप्त किया।
विराट कोहली को उनकी 186 रन की शानदार पारी के लिये प्लेयर ऑफ द मैच चुना गया। अश्विन (25 विकेट, 86 रन) और रवींद्र जडेजा (22 विकेट, 135 रन) अपने चौतरफा प्रदर्शन के कारण प्लेयर ऑफ द सीरीज पुरस्कार के संयुक्त विजेता रहे।
इस ड्रॉ के साथ भारत ने सीरीज 2-1 से अपने नाम कर ली। यह भारत की ऑस्ट्रेलिया पर लगातार चौथी टेस्ट सीरीज जीत है। कुल मिलाकर, भारत ने 16 बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी श्रृंखलाओं में से 10 जीती हैं।यह अपने घर में भारत की लगातार 16वीं टेस्ट सीरीज जीत भी है।इसके अलावा भारत विश्व टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में लगातार दूसरी बार जगह बनाने वाली पहली टीम भी बनी है।