3 सालों में सबसे कम टेस्ट खेलेगी भारतीय महिला टीम, कप्तान हुई नाराज
महिला टीम को क्यों नहीं मिलता ज्यादा टेस्ट मैच खेलने का मौका? हरमनप्रीत ने उठाए सवाल
भारतीय कप्तान हरमनप्रीत कौर ने महिला क्रिकेट में लंबे प्रारूप के महत्व पर जोर देते हुए लाल गेंद के प्रारूप के अधिक अंतरराष्ट्रीय और घरेलू मैच कराने की मांग की।भारतीय महिला टीम 2022-25 तक चलने वाले वर्तमान भविष्य दौरा कार्यक्रम (FTP) चक्र में लंबे प्रारूप में प्रतिस्पर्धा करने वाली चार टीमों के बीच सबसे कम टेस्ट मैच खेलेगी।
हरमनप्रीत ने स्काई स्पोर्ट्स क्रिकेट पॉडकास्ट पर कहा, इस साल हमें दो टेस्ट मैच (एक इंग्लैंड के खिलाफ और एक ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ) खेलना है और मुझे उम्मीद है कि ये मैच महिला क्रिकेट पर बड़ा प्रभाव डालेंगे। उम्मीद है कि भविष्य में हमें और अधिक टेस्ट मैच खेलने को मिलेगा।हरमनप्रीत ने कहा, हमें महिला क्रिकेट में टेस्ट मैचों को वापस लाना होगा क्योंकि यह महिला क्रिकेट के लिए बहुत महत्वपूर्ण है।
भारत को 2023-24 सत्र में घरेलू मैदान पर दो टेस्ट खेलने हैं। टीम ने इससे पहले 2021 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ अपना पिछला टेस्ट खेला था।मौजूदा एफटीपी ने इंग्लैंड सबसे अधिक पांच टेस्ट खेलेगा। ऑस्ट्रेलिया तथा दक्षिण अफ्रीका क्रमश: चार और तीन टेस्ट खेलेंगे।
हरमनप्रीत ने कहा, मैं एक खिलाड़ी के रूप में निश्चित रूप से अधिक टेस्ट खेलना चाहती हूं क्योंकि एक खिलाड़ी के तौर पर बड़े होते हुए हमने टेलीविजन पर टी20 की तुलना में अधिक टेस्ट देखे हैं। आज के दौर में टी20 खेलने में बहुत मजा आता है लेकिन टेस्ट क्रिकेट एक ऐसी चीज़ है जिसे हर क्रिकेटर खेलना चाहता है।इस धाकड़ बल्लेबाज ने कहा कि देश में महिला क्रिकेट के मामले में घरेलू परिदृश्य में सुधार हो रहा है लेकिन अधिक बहु-दिवसीय मैच खेले जाने की जरूरत है।
उन्होंने कहा, हमारे घरेलू खेलों के स्तर में काफी बदलाव हुआ है। शुरुआत में जब मैंने खेलना शुरू किया था, तो हमें मुश्किल से कुछ मैच खेलने को मिलते थे लेकिन पिछले कुछ वर्षों में घरेलू स्तर में बहुत सुधार हुआ है। हमें ज्यादा मैच खेलने को मिल रहे हैं। इनमें से कुछ मैचों का टेलीविजन पर सीधा प्रसारण होता है जिसे लोग टीवी पर देख सकते हैं।उन्होंने कहा, घरेलू स्तर पर सुधार हो रहा है लेकिन जब मैंने खेलना शुरू किया था तब दो या तीन दिन के मैच होते थे लेकिन अब मुझे इसकी कमी महसूस होती है। मुझे लगता है कि इन दो टेस्ट मैचों के बाद चीजों में बदलाव होगा।
हरमनप्रीत ने कहा, हमें जितना अधिक क्रिकेट खेलने को मिलेगा, महिला क्रिकेट में उतना ही अधिक सुधार देखने को मिलेगा। उम्मीद है कि भारतीय टीम में कुछ और प्रतिभाएं देखने को मिलें।
(भाषा)