2 देशों के लिए टेस्ट शतक जड़ने वाले दूसरे बल्लेबाज बने गैरी बैलेंस, पहले इंग्लैंड तो अब हैं जिम्बाब्वे टीम में
बुलावायो: ज़िम्बाब्वे ने गैरी बैलेंस (137 नाबाद) के शतक और ब्रैंडन मवुटा (56) के साथ उनकी शतकीय साझेदारी की बदौलत वेस्ट इंडीज के खिलाफ पहले टेस्ट की पहली पारी में नौ विकेट के नुकसान पर 379 रन बना लिये। ज़िम्बाब्वे ने 68 रन से पीछे होने के बावजूद चौथे दिन पारी घोषित कर दी, जबकि वेस्ट इंडीज ने दिन का खेल खत्म होने से पहले बिना किसी नुकसान के 21 रन बना लिये।
बैलेंस जब बल्लेबाजी करने उतरे तब ज़िम्बाब्वे 114 रन पर तीन विकेट गंवा चुका था। कुछ देर बाद इनोसेंट काइया (67), तफद्ज़वा सिगा और ब्रैड इवान्स का विकेट गिरने से ज़िम्बाब्वे की मुश्किलें बढ़ गयीं। वेलिंगटन मसाकादज़ा ने विकेट पर कुछ समय बिताया लेकिन वह भी लंच पर आउट होने से पूर्व सिर्फ 15 रन ही बना सके।
बैलेंस और मवुटा जब दूसरे सत्र में बल्लेबाजी करने उतरे तब ज़िम्बाब्वे फॉलो ऑन बचाने से 54 रन दूर था। दोनों ने न सिर्फ ज़िम्बाब्वे को फॉलो ऑन के संकट से निकाला, बल्कि 135 रन की साझेदारी करके अपनी टीम को मजबूत स्थिति में भी पहुंचा दिया।
मवुटा ने 132 गेंदों की अपनी जुझारू पारी में नौ चौकों के साथ 56 रन बनाये, जबकि बैलेंस ने ज़िम्बाब्वे के लिये अपना पहला शतक जड़ते हुए 137 रन बनाये। बैलेंस ने अपनी नाबाद पारी में 231 गेंदें खेलकर 12 चौके और दो छक्के लगाये।
दिलचस्प बात यह है कि गैरी बैलेंस इंग्लैंड के पूर्व खिलाड़ी थे आखिरी बार उनको टेस्ट टीम में 2014 के आस पास देखा गया था। जिम्बाब्वे में जन्मे गैरी बैलेंस ने खासा इंतजार किया लेकिन इंग्लैंड टीम ने उनको मौका नहीं दिया। इस कारण उन्होंने वापस जिम्बाब्वे में जाकर नागरिकता ले ली। वह दो देशों के लिए टेस्ट शतक बनाने वाले विश्व के दूसरे बल्लेबाज भी बन गए।