पांचवें टेस्ट में केएल राहुल और अजिंक्य रहाणे ने विकेटों के पतझड़ को थामा
लंदन। एलेस्टेयर कुक (147) और कप्तान जो रूट के शतकीय प्रहार (125) की बदौलत इंग्लैंड ने दूसरी पारी 8 विकेट के नुकसान पर 423 रनों पर घोषित कर दी। इस तरह उसने भारत के सामने जीत के लिए 464 रनों का लक्ष्य रखा है। दिन का खेल खत्म होने के समय भारत ने 3 विकेट खोकर 58 रन बना लिए थे। केएल राहुल 46 और रहाणे 10 रन पर नाबाद हैं। भारत अभी भी जीत से 406 रन पीछे है।
भारत की खराब शुरुआत : भारत ने दूसरी पारी में बेहद खराब शुरुआत करते हुए केवल 2 रन पर 3 विकेट गंवा दिए। जेम्स एंडरसन ने पहले शिखर धवन को 1 रन पर पगबाधा आउट कर दिया और ओवर की अंतिम गेंद पर चेतेश्वर पुजारा (0) को भी पगबाधा आउट लेने में कामयाबी हासिल की। अगले ओवर में स्टुअर्ट ब्रॉड ने विराट कोहली (0) को विकेटकीपर बेयरस्टो के दस्तानों में कैच करवाया।
हनुमा और जडेजा ने 3-3 विकेट बांटे : इंग्लैंड के खिलाफ हनुमा विहारी ने 37 रन देकर 3 और रवीन्द्र जडेजा ने 179 रन देकर 3 विकेट लिए। मोहम्मद शमी 110 रन की कीमत पर 2 विकेट लेने में सफल रहे।
इंग्लैंड ने सातवां और आठवां विकेट खोया : रवीन्द्र जडेजा ने बेन स्टोक्स (37) को आउट करके सातवां और हनुमा विहारी ने कुरैन (21) को आउट करके इंग्लैंड का आठवां विकेट पैवेलियन भेजा। इंग्लैंड 423 रनों के कुल स्कोर पर 8 विकेट गंवा चुका था और इसी स्कोर पर कप्तान जो रूट ने पारी घोषित कर दी।
चाय के समय इंग्लैंड की बढ़त 404 रन : चायकाल के समय तक इंग्लैंड 6 विकेट के नुकसान पर 364 रन बना चुका था और उसकी कुल बढ़त 404 रन पर पहुंच गई थी। बेन स्टोक्स 13 और सैम कुरैन 7 रन पर नाबाद हैं। अभी दिन के 28 ओवर फेंके जाने शेष हैं।
इंग्लैंड का छठा विकेट पैवेलियन लौटा : रवीन्द्र जडेजा ने भारत को छठी सफलता दिलाई। जडेजा ने बटलर को खाता खोलने के पहले ही शमी के हाथों कैच करवाया। इंग्लैंड का छठा विकेट 356 पर गिरा। इस तरह अब इंग्लैंड की कुल बढ़त 396 रनों पर पहुंच गई है।
इंग्लैंड का पांचवां विकेट गिरा : इंग्लैंड का स्कोर जब 355 रनों पर पहुंचा, तब मोहम्मद शमी ने जॉनी बेयरेस्टो के डंडे बिखेरकर पांचवां झटका दिया।
हनुमा विहारी का कमाल : इससे पहले हनुमा विहारी ने 94वें ओवर की पहली गेंद पर इंग्लैंड के कप्तान जो रूट को अपना शिकार बनाया। रूट का कैच हार्दिक पांड्या ने लपका। रूट और कुक के बीच तीसरे विकेट के लिए 295 रनों की साझेदारी निभाई गई। इंग्लैंड ने रूट के रूप में तीसरा विकेट 321 रनों पर गंवाया।
हनुमा ने ओवर की दूसरी गेंद पर कुक (147) को विकेटकीपर ऋषभ पंत के हाथों झिलवाया। उन्होंने अपनी पारी में 14 चौके जमाए। इसी के साथ कुक के 33वें शतक के साथ क्रिकेट करियर का अंत हुआ लेकिन उन्होंने शतक ठोंककर अपने विदाई टेस्ट को यादगार बना दिया।
एलेस्टेयर कुक के नाम बड़ी उपलब्धि : सोमवार को लंदन के ओवल मैदान पर एलेस्टेयर कुक ने जैसे ही रवीन्द्र जडेजा की गेंद पर चौका जमाया, उन्होंने अपने नाम एक बड़ी उपलब्धि दर्ज कर ली।
इंग्लैंड की ओर से टेस्ट क्रिकेट में सबसे ज्यादा रन बनाने वाले दिग्गज सलामी बल्लेबाज ने अपने करियर के आखिरी टेस्ट मैच में शतक लगाया। इस उपलब्धि के साथ ही वह अपने करियर के पहले और आखिरी टेस्ट में शतक लगाने वाले इंग्लैंड के पहले और दुनिया के पांचवें बल्लेबाज बन गए।
करियर का भारत के खिलाफ ही जमाया था पहला शतक : यह भी संयोग की बात है कि कुक ने अपने करियर का पहला शतक भी भारत के खिलाफ ही बनाया था। 2006 में नागपुर में उन्होंने 104 रनों की नाबाद पारी खेली थी। वह एक ही टीम के खिलाफ अपने करियर का पहला और आखिरी शतक लगाने वाले तीसरे बल्लेबाज हैं।