घुटने के बल बैठकर नस्लवाद का विरोध किया इंग्लैंड और वेस्टइंडीज के क्रिकेटरों ने
साउथेम्पटन। इंग्लैंड और वेस्टइंडीज के क्रिकेटर चार महीने बाद अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट की बहाली करने वाले पहले टेस्ट की शुरुआत से पूर्व ‘ब्लैक लाइव्स मैटर’ आंदोलन के समर्थन में घुटने के बल बैठे।
दर्शकों के बिना रोस बाउल स्टेडियम पर पहली गेंद फेंके जाने से पूर्व फील्डिंग कर रहे वेस्टइंडीज के क्रिकेटर आउटफील्ड में घुटने के बल बैठे। इंग्लैंड के खिलाड़ियों ने भी यही किया। दोनों टीमों ने अपनी जर्सी की कॉलर पर ब्लैक लाइव्स मैटर का 'लोगो' पहन रखा था।
वेस्टइंडीज की टीम पहले ही कह चुकी है कि इस दौरे पर उनकी प्रेरणा का स्रोत यह आंदोलन है। अमेरिका में मई में अफ्रीकी अमेरिकी जॉर्ज फ्लॉयड की पुलिस की बर्बरता के बाद मौत के बाद से दुनिया भर में नस्लवाद के विरोध में यह आंदोलन चल रहा है।
मैच से पहले कोरोना वायरस महामारी में अपनी जान गंवाने वाले लोगों की याद में एक मिनट का मौन रखा गया। खेल बारिश और गीली आउटफील्ड के कारण 3 घंटे देर से शुरू हुआ। वर्षाबाधित पहले दिन अब अधिकतम 70 ओवर ही फेंके जा सकेंगे।
दोनों टीमें इस प्रकार हैं : इंग्लैंड : रोरी बर्न्स, डोमेनिक सिबली, जो डेनली, ज़क क्रॉली, बेन स्टोक्स (कप्तान), ओली पोप, जोस बटलर (विकेटकीपर), डॉम बेस, जोफ्रा आर्चर, मार्क वुड और जेम्स एंडरसन।
वेस्टइंडीज : जॉन कैंपबेल, क्रैग ब्रैथवेट, शमर ब्रूक्स, शाई होप, रोस्टन चेस, 6 जर्मेन ब्लैकवुड, शेन डाउरिच (विकेटकीपर), जेसन होल्डर (कप्तान), अल्जाररी जोसेफ, केमर रोच और शैनन गेब्रियल।