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Last Updated : मंगलवार, 1 सितम्बर 2020 (11:52 IST)

नॉन स्ट्राइकर छोर पर रन आउट को खेल भावना से न जोड़ें : श्रीनाथ

नॉन स्ट्राइकर छोर पर रन आउट को खेल भावना से न जोड़ें : श्रीनाथ - Do not link run-out at the non-striker's end with sportsmanship: Srinath
नई दिल्ली। अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (ICC) के मैच रेफरी और पूर्व भारतीय तेज गेंदबाज जवागल श्रीनाथ का मानना है कि अगर गेंदबाज के गेंद छोड़ने से पहले नॉन स्ट्राइकर छोर का बल्लेबाज क्रीज से छोड़ देता है तो वह खेल भावना का पालन नहीं कर रहा है और ऐसे में रन आउट होने पर उसे सहानुभूति नहीं बटोरनी चाहिए। 
 
भारतीय ऑफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन ने पिछले साल इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) मंड जोस बटलर को क्रीज से काफी आगे निकलने पर रन आउट करके विवाद खड़ा कर दिया था। इस मामले में गेंदबाज की भूमिका पर सवाल उठाए गए। लेकिन श्रीनाथ का मानना है कि अगर बल्लेबाज इस तरह से रन आउट होता है तो इसमें गेंदबाजी की गलती नहीं होती है। 
 
श्रीनाथ ने अश्विन से उनके यूट्यूब कार्यक्रम ‘डीआरएस विद ऐस’ में कहा, ‘गेंदबाज का ध्यान बल्लेबाज पर केंद्रित रहता है। एक बल्लेबाज के लिए (नॉन स्ट्राइकर छोर पर) गेंद छूटने से पहले तक अपनी क्रीज पर बने रहना बड़ी बात नहीं है क्योंकि वह बल्लेबाजी नहीं कर रहा होता है और वह कुछ सोच भी नहीं रहा होता है।’ 
 
दिल्ली कैपिटल्स के मुख्य कोच रिकी पोंटिंग का मानना है कि इस तरह के रन आउट करने से गेंदबाज खेल भावना का उल्लंघन करता है और वह अश्विन को ऐसा करने की अनुमति नहीं देंगे। पिछले साल किंग्स इलेवन पंजाब के कप्तान रहे अश्विन इस साल 19 सितंबर से संयुक्त अरब अमीरात (UAE) में होने वाले आईपीएल में दिल्ली कैपिटल्स की तरफ से खेलेंगे। 
 
श्रीनाथ ने कहा, ‘बल्लेबाज को क्रीज नहीं छोड़नी चाहिए और गेंदबाज को केवल गेंदबाजी और जिस बल्लेबाज के लिए वह गेंद कर रहा है उस पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए। अगर बल्लेबाज अनुचित फायदा उठा रहा है और उसे रन आउट किया जाता है तो मुझे कोई परेशानी नहीं है। मेरे हिसाब से यह सही है।’ इस पूर्व तेज गेंदबाज ने कहा कि नियमों में साफ कहा गया है कि बल्लेबाज को गेंद छूटने से पहले क्रीज के अंदर रहना चाहिए। 
 
श्रीनाथ ने कहा, ‘सहानुभूति के बारे में नहीं सोचें। इससे खेल भावना को नहीं जोड़े। खेल भावना नॉन स्ट्राइकर से जुड़ी होती है। वह क्रीज से बाहर नहीं निकल सकता। अगर वह ऐसा कर रहा है तो क्या वह खेल भावना का उल्लंघन नहीं कर रहा है। मेरा मानना है कि बल्लेबाज को क्रीज पर बने रहना चाहिए।’ इस पूर्व तेज गेंदबाज ने कहा कि नॉन स्ट्राइकर छोर का बल्लेबाज अगर क्रीज से बाहर निकलता है तो अनुचित लाभ उठा रहा है और करीबी मैचों में इसका परिणाम पर प्रभाव पड़ सकता है। 
 
उन्होंने कहा, ‘भले ही बल्लेबाज अनजाने में क्रीज पर छोड़ देता है और ऐसा मैच की अंतिम गेंद पर होता है जहां बल्लेबाज गेंद छूटने से पहले ही तीन फुट आगे निकल जाता है तो यह इसका परिणाम अनुचित होगा। किसी एक टीम को इसका खामियाजा भुगतना पड़ सकता है। मैं यहां संतुलन देखना पसंद करूंगा।’
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