टारौबा:रवींद्र जाडेजा, अल्ज़ारी जोसेफ़ की गेंद पर शॉर्ट थर्ड को कैच थमाकर निराश दिखे। टारौबा की धीमी पिच पर भारत ने पहले बल्लेबाज़ी करते हुए ख़ुद को 16 ओवर में छह विकेट पर 138 रन पर पाया। जेसन होल्डर और उनके साथी गेंद से गति निकालते हुए भारतीय बल्लेबाज़ के पाले से बाहर की दिशा में गेंदबाज़ी कर रहे थे। इससे वेस्टइंडीज़ को फ़ायदा मिल रहा था और ब्रायन लारा स्टेडियम में उपस्थित दर्शक भी पूरी तरह से उनका साथ निभा रहे थे।
वेस्टइंडीज़ की पार्टी को किरकिरा किया दिनेश कार्तिक ने, जिनके 19 गेंदों पर नाबाद 41 के बदौलत भारत छह विकेट पर 190 रन तक पहुंचा। एक दोहरे उछाल वाली सतह पर कार्तिक इकलौते भारतीय बल्लेबाज़ बनें जिनका स्ट्राइक रेट 150 से अधिक का था।
आईपीएल में रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (आरसीबी) और फिर घरेलू सीरीज़ में भारत के लिए दक्षिण अफ़्रीका के विरुद्ध अपनी फ़िनिशिंग कौशल को दर्शाने के बाद कार्तिक ने यह वेस्टइंडीज़ में कर दिखाया और अब इस भूमिका के लिए ऑस्ट्रेलिया में होने वाले टी20 विश्व कप में भारतीय दल में उनके सिवाय किसी का नाम नहीं दिखता।
आईपीएल 2022 की शुरुआत से डेथ ओवरों (17-20) में कार्तिक का स्ट्राइक रेट है 210.91 और इस आंकड़े में विश्व भर में केवल टिम डेविड (226.72) और जेम्स नीशम (220.45) उनसे आगे हैं। कहा जा सकता है कि इस रोल के लिए कार्तिक ने अपनी गेम पर काफ़ी परिश्रम की है लेकिन शुक्रवार के मुक़ाबले में परिस्थितियां भी उनके लिए अनुकूल नहीं थीं। एक समय पर वह 12 गेंदों पर 17 रन पर थे और उन्हें इस बात का इल्म था कि उनके बाद भारत के लिए कोई बल्लेबाज़ नहीं है।
जब होल्डर एक यॉर्कर को सटीक तरह से डालने में चूके तो कार्तिक ने उसे ज़ोर से मिडविकेट के ऊपर छक्के के लिए दे मारा। अब होल्डर ने कोण बदलकर कार्तिक के शरीर के अक्रॉस गेंद डाला तो कार्तिक ने ज़बरदस्त लचीलेपन के साथ गेंद को कवर के ऊपर चौके के लिए भेज दिया। धीमी ओवर रेट के लिए वेस्टइंडीज़ को दंड स्वरूप आउटफ़ील्ड में एक खिलाड़ी कम रखने की अनुमति थी।
ऐसे में आख़िरी ओवर में कार्तिक ने फ़ील्ड के साथ खिलवाड़ करते हुए दो चौके और एक छक्का और जड़ दिया। ओबेद मकॉय के गति परिवर्तनों का मुक़ाबला करने के लिए उन्होंने एबी डीवीलियर्स की तरह अपने बल्ले के बैकलिफ़्ट को ऊंचा रखा और उसे स्लिप की दिशा से नीचे किया। दूसरे छोर पर आर अश्विन तमिल में कार्तिक की बल्लेबाज़ी की प्रशंसा करने लगे। एक ज़माना था जब अश्विन उन समर्थकों में थे जो कार्तिक की बल्लेबाज़ी को निहारने चेपॉक जाते थे। कार्तिक अब एक ऐसे स्थान पर हैं जहां उन्हें अपनी फ़िनिशिंग पर किसी भी परिस्थिति में पूरा भरोसा है।
मैच के बाद कार्तिक ने फ़िनिशर की भूमिका पर कहा, "मुझे बहुत मज़ा आ रहा है। इस रोल में आप लगातार सफल नहीं हो सकते। लेकिन जब आपका दिन अच्छा हो आप अपनी टीम के लिए बड़ा प्रभाव डाल देते हैं। आपको कोच और कप्तान के समर्थन की ज़रुरत पड़ती है और मेरे लिए ऐसा होना भाग्य की बात है।"
आगे उन्होंने कहा, "आप को विकेट को पढ़ना पड़ता है। आख़िरी चार या पांच ओवरों में आपको कुछ चीज़ों का ध्यान रखना पड़ता है - गेंद का आकार और वह कितनी मुलायम हो चुकी है, आप किस विकेट पर किस प्रकार के शॉट लगा सकते हैं। यह सब अभ्यास से ही आता है जब आप बल्लेबाज़ी के कई पहलुओं को समझने लगते हैं।"
कार्तिक अभ्यास और गेम टाइम में बड़ा विश्वास करते हैं। आईपीएल सीज़न से पहले वह अपने क्लब इंडिया सीमेंट्स के लिए एक टी20 टूर्नामेंट खेलने चेन्नई से 500 किमी दूर तेनी नाम के शहर चले गए थे। इस कैरेबियन दौरे से पूर्व उन्होंने कोयम्बटोर जाकर एक धीमी पिच पर तिरुपुर तमिढ़ंस के लिए एक टीएनपीएल मैच भी खेला था।
37 साल की उम्र में कार्तिक की कार्य नीति अपने आप में एक मिसाल है और लोगों को ग़लत साबित करने में मदद करती है। कुछ समय पहले 'बीयरबाइसेप्स' नामक पॉडकास्ट पर आरसीबी के फ़िटनेस कोच और प्रसिद्ध फ़िटनेस प्रशिक्षक शंकर बासु ने कार्तिक के लिए अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में वापसी करने की बात को असंभव कहा था।
कार्तिक ने ऐसी वापसी की है कि अब टीम प्रबंधन उन्हें एक स्थिर स्थान देने के लिए और बल्लेबाज़ों के स्थानों में बदलाव करने को तैयार है। इंग्लैंड में दो अभ्यास टी20 मुक़ाबलों में कार्तिक कप्तान भी थे। अब ऐसा लग रहा है कि ऑस्ट्रेलिया जा रही विमान में एक सीट पर तो उनका नाम होगा ही।
(वार्ता)