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Last Updated : रविवार, 10 फ़रवरी 2019 (22:40 IST)

टीम इंडिया के लिए क्यों 'खलनायक' बन गए दिनेश कार्तिक?

Dinesh Karthik। टीम इंडिया के लिए क्यों 'खलनायक' बन गए दिनेश कार्तिक? - Dinesh Karthik
हेमिल्टन। टीम इंडिया के न्यूजीलैंड दौरे में टी20 सीरीज में 1-2 की हार से करोड़ों भारतीय क्रिकेटप्रेमी निराश हैं। रोमांच के पलों में महज 4 रन से हारने का दर्द खिलाड़ियों के साथ ही साथ विकेट पर मौजूद दिनेश कार्तिक जैसे अनुभवी बल्लेबाज की भी रातों की नींद हराम कर देगा। अंतिम 20वें ओवर में दिनेश कार्तिक ने जो 2 बड़े गलत फैसले लिए, उसके कारण वे मैच के 'खलनायक' बन गए हैं।
 
भारत को 120 गेंदों में जीत के लिए 213 रनों की दरकार थी और अंतिम ओवर में यह फासला 6 गेंदों पर महज 14 रनों का हो गया था। क्रीज पर दिनेश कार्तिक के साथ क्रुणाल पांड्‍या मौजूद थे। टिम साउदी की पहली गेंद पर आराम से रन निकाला जा सकता था लेकिन दिनेश ने क्रुणाल को स्ट्राइक लेने का मौका नहीं दिया। अगली गेंद पर भी उन्होंने कोई रन नहीं लिया।
 
जब 3 गेंदों पर 14 रनों का लक्ष्य रह गया, तब जाकर दिनेश कार्तिक का शॉट केवल 1 रन ही दिला सका। 2 गेंदों पर जब 13 और 1 गेंद पर 11 रनों का लक्ष्य रह गया, तब जाकर छक्का लगा लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी। सवाल वही है कि आखिर क्यों दिनेश ने क्रुणाल को स्ट्राइक नहीं दी जबकि तब क्रुणाल 12 गेंदों पर 25 रन बना चुके थे या‍नी स्ट्राइक रेट 200 का था।
 
असल में दिनेश को खुद पर कुछ ज्यादा ही आत्मविश्वास था और यही अतिआत्मविश्वास उन्हें ले डूबा। वे टीम इंडिया के खलनायक बन गए। दिनेश कार्तिक ने 16 गेंदों में 4 छक्कों की मदद से नाबाद 33 और क्रुणाल ने 13 गेंदों में 2 चौकों व 2 छक्कों की मदद से नाबाद 26 रन बनाए।
 
दिनेश की खराब सोच की आज काफी आलोचना हो रही है। उन्हें यह समझना था कि दूसरे छोर पर न तो कुलदीप यादव थे और न ही भुवनेश्वर कुमार। दूसरे छोर पर वह बल्लेबाज था, जो 2 छक्के लगा चुका था और आईपीएल जैसे मसाला क्रिकेट में भी लंबी-लंबी पारियां खेलता है। खुद के दम पर मैच जिताने की सोच दिनेश कार्तिक के लिए भारी पड़ गई।
 
कार्तिक और क्रुणाल 19वें ओवर में 14 रन कूट सकते हैं, तो फिर अंतिम ओवर में 16 रन तो बना ही सकते थे। भारत को 12 गेंदों में 30 और 6 गेंदों में जीत के लिए 16 रनों की दरकार थी। हालांकि आखिरी गेंद पर छक्का जरूर लगाया गया लेकिन तब तक तो जीत भारत के हाथ से फिसल चुकी थी।

साउदी की तारीफ करनी होगी जिन्होंने 20वां ओवर काफी नपा-तुला डाला। टीम के सबसे अनुभवी गेंदबाज साउदी 4 ओवरों में 47 रन देने के बाद एक भी विकेट हासिल नहीं कर सके। (वेबदुनिया न्यूज)