चैंपियंस ट्रॉफी : सेमीफाइनल के लिए आज टीम इंडिया की जंग, इन खिलाड़ियों पर होगी नजर...
नई दिल्ली/ लंदन। गत चैंपियन भारत आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी के 'करो या मरो' के ‘क्वार्टर फाइनल’ बने मुकाबले में रविवार को जब दक्षिण अफ्रीका से खेलेगा तो उसके कप्तान विराट कोहली के लिए यह अब तक की सबसे कठिन परीक्षा होगी। भारत को सेमीफाइनल में पहुंचने के लिए यह मैच हर हाल में जीतना होगा। आज के इस मैच में सभी की नजरें टीम इंडिया के इन खिलाड़ियों के प्रदर्शन पर होंगी...
विराट कोहली : टीम इंडिया के कप्तान विराट कोहली को आज न केवल बल्ले से बेहतरीन प्रदर्शन करना होगा बल्कि अपनी कप्तानी से भी खिलाड़ियों का हौसला बढ़ाना होगा। वे टीम इंडिया के स्टार खिलाड़ी हैं और अगर वे अपनी छवि के अनुरूप प्रदर्शन करते हैं तो टीम इंडिया आसानी से यह मैच जीत सकते हैं।
महेंद्र सिंह धोनी : भारत के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी को भी आज अपना बेहतरीन खेल दिखाना होगा। धोनी ने पिछले मैच में शानदार बल्लेबाजी की थी। इस मैच में भी उनका बल्ला चलना बेहद जरूरी है। वे दुनिया के बेहतरीन विकेटकीपर्स में से एक हैं और उनकी कप्तानी में टीम इंडिया ने नया मुकाम हासिल किया है। कप्तान कोहली उनके अनुभव का लाभ लेकर दक्षिण अफ्रीका को बैकफुट पर धकेल सकते हैं।
रवीन्द्र जडेजा : यह ऑलराउंडर अगर आज के मैच में चल गया तो टीम इंडिया आसानी से सेमीफाइनल में पहुंच सकती है। दुनिया की नंबर 1 टीम के खिलाफ जडेजा को गेंद और बल्ले के साथ ही क्षेत्ररक्षण में भी बेहतरीन खेल दिखाना होगा। वे एक बेहतरीन फील्डर माने जाते हैं और कहा जाता है कि वे हर मैच में अपनी टीम के लिए 15-20 रन तो बचा ही लेते हैं।
रोहित शर्मा और शिखर धवन : रोहित शर्मा और शिखर धवन की जोड़ी फॉर्म में है। भारतीय शीर्षक्रम के सभी बल्लेबाजों ने चैंपियंस ट्रॉफी में अच्छा प्रदर्शन किया है। इन दोनों को इस बड़े मुकाबले में भी शानदार शुरुआत देनी होगी। अगर वे ऐसा करने में सफल रहे तो अन्य बल्लेबाजों पर से दबाव कम होगा और भारत विशाल स्कोर बना पाएगा।
अश्विन : कप्तान कोहली के सामने सबसे बड़ा सवाल यही है कि वे आर. अश्विन को इस मैच में खिलाए या नहीं? अगर उन्हें खिलाया जाता है तो सवाल यह उठता है कि किस गेंदबाज को बाहर बैठाया जाएगा। अगर अश्विन इस मैच में खेलते हैं तो उनकी सबसे बड़ी जिम्मेदारी रनों को रोकना होगी। अश्विन के पास स्वाभाविक विविधता है और पिछले दो मैचों से बाहर रहने के बाद वे अच्छे प्रदर्शन को लालायित होंगे।