जबरदस्त विवाद के बीच श्रीलंका को हराकर बांग्लादेश फाइनल में
कोलंबो। बेहद विवादास्पद स्थिति में बांग्लादेश ने श्रीलंका को 2 विकेट से हराकर निधास ट्रॉफी टी20 त्रिकोणीय श्रृंखला के फाइनल में प्रवेश कर लिया। रविवार को फाइनल में बांग्लादेश का मुकाबला भारत से होगा। बांग्लादेश ने यह जीत महमूदुल्लाह की 18 गेंद में 43 रन की नाबाद पारी की बदौलत उस वक्त अर्जित की जब मैच की 1 गेंद फेंकी जाना शेष थी।
कप्तान तिसारा परेरा और कुशाल परेरा के अर्धशतकों की मदद से श्रीलंका ने शीर्षक्रम के पतन से उबरते हुए सात विकेट पर 159 रन बनाए थे। जवाब में बांग्लादेश ने 19.5 ओवर में आठ विकेट पर 160 रन बना डाले। मैच का आखिरी ओवर काफी तनावपूर्ण रहा, जिसमें बांग्लादेश को जीत के लिए 12 रन चाहिए थे।
मुस्ताफिजूर रहमान दूसरी गेंद पर रन आउट हो गए, जिसके बाद बांग्लादेशी खिलाड़ियों और श्रीलंकाई फील्डरों मे झड़प हो गई। तब बांग्लादेश को जीत के लिए 4 गेंदों में 12 रन की दरकार थी। दोनों अंपायरों को बीच बचाव करना पड़ा और बांग्लादेश के कप्तान शाकिब अल हसन ने अपने खिलाड़ियों को मैदान से वापिस आने का इशारा किया।
आखिर में बीच बचाव के बाद बांग्लादेशी बल्लेबाज मैदान पर आए और महमूदुल्लाह ने चौका तथा छक्का लगाकर टीम को जीत दिलाई। विवाद यह था कि नया बल्लेबाज नॉन स्ट्राइक पर रहेगा या स्ट्राइक संभालेगा। इससे पहले बल्लेबाजी करते हुए श्रीलंकाई टीम की शुरूआत बेहद खराब रही युवा तेज गेंदबाज मुस्ताफिजूर रहमान ने शीर्ष क्रम की चूलें हिला दी।
तिसारा और कुशाल परेरा ने उम्दा पारियां खेलकर श्रीलंका को 150 रन के पार पहुंचाया। तिसारा ने 58 और कुशाल ने 61 रन जोड़े। श्रीलंका का स्कोर नौवे ओवर में पांच विकेट पर 41 रन था। ऐसा लग रहा था कि टीम 100 रन तक भी नहीं पहुंच सकेगी लेकिन कुशाल और तिसारा ने आखिरी ओवरों में अच्छी पारियां खेलकर टीम को सम्मानजनक स्कोर तक पहुंचाया।
कुशाल ने टूर्नामेंट का तीसरा अर्धशतक लगाते हुए 40 गेंद की अपनी पारी में सात चौके और एक छक्का लगाया। तिसारा ने 37 गेंद का सामना करके 58 रन बनाए, जिसमें तीन चौके और तीन छक्के शामिल थे। बांग्लादेश के लिए मुस्ताफिजूर ने 39 रन देकर दो विकेट लिए।
आगामी आईपीएल सत्र में मुंबई इंडियंस के लिए खेलने जा रहे मुस्ताफिजूर ने कुशाल मेंडिस को 11 के स्कोर पर आउट किया। इसके बाद दासुन शनाका (0) को अगले ओवर में पैवेलियन भेजा। बांग्लादेश के कप्तान शाकिब अल हसन ने सलामी बल्लेबाज धनुष्का गुणतिलका (4) को आउट करके टीम को पहली सफलता दिलाई। शाकिब ऊंगली की चोट के कारण पिछला मैच नहीं खेल सके थे।
मुस्ताफिजूर ने उपुल थरंगा (5) को रन आउट किया। छठे ओवर के आखिर में श्रीलंका का स्कोर चार विकेट पर 35 रन था। जीवन मेंडिस को नौवें ओवर में मेहदी हसन मिराज ने पैवेलियन भेजा। श्रीलंका ने किसी तरह 20 ओवर में सात विकेट पर 159 रन बनाने में कामयाबी पाई थी लेकिन बांग्लादेश के महमूदुल्लाह की 18 गेंद में 43 रन की नाबाद पारी ने श्रीलंका टीम के फाइनल में पहुंचने की उम्मीदों पर पानी फेर दिया। महमूदुल्लाह को 'मैन ऑफ द मैच' घोषित किया गया।