कोरोनावायरस के कारण ब्रेक से तरोताजा हुए फिंच, 2023 विश्व कप तक खेलने की जताई मंशा
मेलबोर्न। कोरोनावायरस के कारण मिले ब्रेक ने ऑस्ट्रेलिया के सीमित ओवरों के कप्तान आरोन फिंच को अपने करियर का पुन: आकलन करने का समय दिया और अब उनका लक्ष्य अपने करियर को भारत में 2023 में होने वाले एकदिवसीय विश्व कप तक आगे बढ़ाना है।
फिंच ने कहा कि वे 2023 में विश्व कप के फाइनल में खेलकर अपने करियर का शानदार अंत करने का लक्ष्य बना रहे हैं। एसईएन रेडियो नेटवर्क ने फिंच के हवाले से कहा कि इस समय मेरे करियर खत्म करने की तारीख भारत में 2023 में होने वाले एकदिवसीय विश्व कप के फाइनल के साथ है। यह मेरा लक्ष्य है और मैं इस पर कायम हूं। उन्होंने कहा कि पिछले कुछ समय से मैंने इसे ही लक्ष्य बनाया है। मैं तब तक 36 साल का हो जाऊंगा। बेशक फॉर्म, चोटों और अन्य चीजों की भी इसमें भूमिका रहेगी।
दाएं हाथ के 33 साल के बल्लेबाज फिंच ने कहा कि कोरोनावायरस के कारण 5 महीने के ब्रेक ने उन्हें तरोताजा कर दिया है और अब उनका लक्ष्य अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) की अगली 3 बड़ी प्रतियोगिताओं में ऑस्ट्रेलिया की अगुआई करना है, जो 2021 और 2022 में होने वाले टी-20 विश्व कप और 2023 में होने वाला एकदिवसीय विश्व कप है।
फिंच ने कहा कि साल में 10 या 11 महीने यात्रा करने वाले खिलाड़ियों के लिए यह ब्रेक मानसिक रूप से तरोताजा होने की तरह था जिसकी संभवत: लोगों को जरूरत थी लेकिन वे ऐसा नहीं कर पा रहे थे। उन्होंने कहा कि अगर मैं तब तक खेलने के बारे में सोच रहा था तो इस ब्रेक ने पुष्टि की है कि मैं तब तक खेलने के लिए तैयार हूं।
फिंच और ऑस्ट्रेलिया 6 महीने के बाद प्रतिस्पर्धी क्रिकेट खेलेंगे जबकि टीम अगले महीने 3 टी-20 अंतरराष्ट्रीय और इतने ही एकदिवसीय मैचों की श्रृंखला के लिए इंग्लैंड का दौरा करेगी। दौरे की शुरुआत 4 सितंबर से साउथम्पटन में होगी। फिंच ने स्वीकार किया कि कोविड-19 लॉकडाउन से उन्होंने महसूस किया कि उन्हें खेल की कितनी कमी खल रही है। (भाषा)