ऋद्धिमान के असहयोग के बाद भी, धमकी देने वाले पत्रकार का नाम खोजने में जुटी बीसीसीआई
मुंबई: भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) ने एक सीनियर पत्रकार के विकेटकीपर ऋद्धिमान साहा को धमकी देने के मामले की जांच के लिए तीन सदस्यीय समिति गठित की है। इस समिति में बीसीसीआई के उपाध्यक्ष राजीव शुक्ला, कोषाध्यक्ष अरुण सिंह धूमल और शीर्ष परिषद के सदस्य प्रभतेज सिंह भाटिया शामिल हैं। समिति अपनी जांच जल्द से जल्द अगले सप्ताह शुरू कर देगी।
भारतीय क्रिकेट टीम से बाहर किये गए अनुभवी विकेटकीपर ऋद्धिमान साहा ने हाल में कहा था कि वह उस पत्रकार का नाम कतई उजागर नहीं करेंगे जिसने उनके खिलाफ आक्रामक रवैया अपनाते हुए मैसेज किए।
साहा ने पिछले शनिवार को आरोप लगाया था कि उनके साक्षात्कार के अनुरोध का जवाब नहीं देने के बाद एक पत्रकार ने उनके साथ आक्रामक लहज़ा अपनाया था। श्रीलंका के ख़िलाफ़ आगामी टेस्ट सीरीज़ के लिए भारतीय टीम से बाहर किए गए साहा ने शनिवार को एक सोशल मीडिया साइट पर व्हाट्सएप मैसेज का एक स्क्रीनशॉट प्रकाशित किया था, जो एक "सम्मानित" पत्रकार ने उन्हें भेजा था।
स्क्रीनशॉट में रिपोर्टर ने साहा से उनके साथ एक साक्षात्कार करने के लिए अनुरोध किया था, जिसका साहा ने कोई जवाब नहीं दिया। इस चर्चा के अंत में, रिपोर्टर ने साहा से कहा, 'आपने फ़ोन नहीं किया। फिर कभी मैं आपका साक्षात्कार नहीं करूंगा। मैं अपमान नहीं लेता और मैं इसे याद रखूंगा। यह ऐसा ऐसा नहीं था जो आपको करना चाहिए था।'
इस जानकारी के बाद टीम इंडिया के पूर्व कोच रवि शास्त्री, हरभजन सिंह और वीरेंद्र सहवाग जैसे कई पूर्व खिलाड़ी साहा के समर्थन में आए और उनसे पत्रकार का नाम उजागर करने का आग्रह किया था। बीसीसीआई ने अब उस मामले का संज्ञान लेते हुए मामले की जांच के लिए तीन सदस्यीय समिति गठित करने का फैसला किया है।
ऋद्धिमान साहा बोर्ड को नहीं बताएंगे धमकाने वाले पत्रकार का नामलेकिन साहा ने पहले ही यह तय कर लिया है कि वह उस पत्रकार की पहचान को उजागर नहीं करेंगे। एक अंग्रेजी अखबार को दिए गए बयान में साहा ने कहा था कि ऐसा करने से उस पत्रकार का करियर खराब हो सकता है वह नहीं चाहते कि किसी का भी भविष्य उनके कारण खतरे में पड़े।
साहा ने मंगलवार शाम को कहा था,'मुझे दुःख पहुंचा। मैंने सोचा कि इस तरह के व्यवहार को बर्दाश्त नहीं किया जाना चाहिए और मैं नहीं चाहता कि कोई अन्य इस तरह के वाक्ये से गुजरे। इसलिए मैंने फैसला किया कि इस बातचीत को सार्वजानिक किया जाए लेकिन मैं उस पत्रकार का नाम नहीं बताऊंगा। '
साहा ने कहा,'मेरा स्वभाव ऐसा है कि मैं किसी का करियर समाप्त करने जैसे नुकसान के बारे में नहीं सोच सकता। उसके परिवार को देखते हुए मानवता आधार पर मैं फिलहाल उसका नाम नहीं बताऊंगा लेकिन यदि ऐसी घटना दुबारा होती है तो मैं चुप नहीं रहूंगा। 'उन्होंने उन सभी को साथ ही धन्यवाद दिया जो इस मौके पर उनके समर्थन में उठ खड़े हुए।यह जानकारी उन्होंने अपने आधिकारिक कू अकाउंट से भी दी।