हेडन का शतक, ऑस्ट्रेलिया 322/3
सलामी बल्लेबाज मैथ्यू हेडन के लगातार तीन मैचों में तीसरे शतक और शीर्ष क्रम के बल्लेबाजों की जिम्मेदारी भरी पारियों की मदद से ऑस्ट्रेलिया ने भारत को करारा जवाब देते हुए चौथे और अंतिम क्रिकेट टेस्ट मैच के तीसरे दिन तीन विकेट के नुकसान पर 322 रन का स्कोर खड़ा किया।भारत ने पहली पारी में 526 रन बनाए थे। ऑस्ट्रेलिया अब भी भारत के पहली पारी के स्कोर से 204 रन पीछे है, जबकि उसके सात विकेट शेष हैं।आक्रामक बल्लेबाजी के लिए जानी जाने वाली ऑस्ट्रेलियाई टीम ने आज पूरी सतर्कता से बल्लेबाजी करते हुए मेहमान टीम के पहली पारी के विशाल स्कोर की तरफ मजबूती से कदम बढ़ाए। मेजबान टीम की सतर्कता का अंदाज इस बात से लगाया जा सकता है कि उसने आज पूरे दिन के खेल में सिर्फ तीन विकेट गँवाने के बावजूद मात्र 260 रन जोड़े।दिन का खेल खत्म होने पर ऑस्ट्रेलियाई कप्तान रिकी पोंटिंग 79 रन बनाकर खेल रहे थे। दूसरे छोर पर माइकल क्लार्क (37) उनका साथ निभा रहे हैं। एडिलेट ओवल की पिच के अंतिम दो दिन कुछ हद तक टूटने की संभावना है जिससे ऑस्ट्रेलिया को भारत को सिरीज में 2-2 से बराबरी पाने से रोकने के लिए अब भी कड़ी मेहनत करनी होगी।भारत के खिलाफ छठा और करियर का 30वाँ शतक जमाने के बाद जब हेडन (103) पैवेलियन लौटे तो सिरीज में अब तक नाकाम रहने वाले कप्तान पोंटिंग ने मोर्चा संभालते हुए रन संख्या को आगे बढ़ाया। हेडन के साथ तीसरे विकेट के लिए 55 रन की साझेदारी करने के अलावा पोंटिंग क्लॉर्क के साथ मिलकर अब तक चौथे विकेट के लिए 81 रन जोड़ चुके हैं। ऑस्ट्रेलियाई कप्तान ने अंतिम सत्र में अपने करियर का सबसे धीमा (197 मिनट) अर्धशतक पूरा किया। इससे पहले उन्होंने इंग्लैंड के खिलाफ 1991-92 के दौरे में ब्रिजटाउन में 181 मिनट में 50 रन का आँकड़ा छुआ था।क्लॉर्क उस समय भाग्यशाली रहे जब मैच के अंतिम क्षणों में अंपायर ने वीरेंद्र सहवाग की गेंद पर स्लिप में कैच की विश्वसनीय अपील ठुकरा दी। क्लॉर्क ने अब तक अपनी पारी में 98 गेंद का सामना करते हुए तीन चौके जड़े हैं।आज सुबह 62 से रन से आगे खेलनी उतरी ऑस्ट्रेलिया को हेडन और जैक्स ने सुबह के सत्र में शानदार शुरुआत दिलाई दिलाई और दोनों ने लंच तक बिना कोई विकेट खोए 158 रन जोड़ लिए थे।भारत को सुबह के सत्र में संघर्ष करना पड़ा और उसे तेज गेंदबाज आरपी सिंह की कमी भी खली जो माँसपेशियों में खिंचाव के कारण कम से कम आज मैदान से दूर रहेंगे। इसके अलावा उनके आगे के मैच में हिस्सा लेने पर भी संदेह बरकरार है। इसके अलावा हरभजनसिंह भी आज कोई प्रभाव छोड़ने में असफल रहे।मेहमान टीम ने आस्ट्रेलियाई बल्लेबाजों को पहले घंटे में बांधकर रखा, लेकिन चोट के कारण पर्थ टेस्ट में नहीं खेलने वाले हेडन ने इसके बाद खुलकर हाथ दिखाए और कुछ आकर्षक शॉट मारे। भारतीय आक्रमण की शुरुआत आज सुबह तेज गेंदबाज ईशांत शर्मा और हरभजनसिंह ने की। हरभजन को अच्छी स्पिन और उछाल मिली, लेकिन उन्होंने बल्लेबाजों को गेंद खेलने के लिए मजबूर करने का प्रयास नहीं किया, जिसके बाद कप्तान कुंबले ने उनकी जगह खुद गेंदबाजी करना बेहतर समझा। हेडन ने कुंबले को भी नहीं बख्शा और उन पर सीधे छक्का जड़ा। लंच से पहले विकेट की चाहत में कुंबले ने वीरेंद्र सहवाग और सचिन को भी गेंद थमाई लेकिन उन्हें कोई सफलता नहीं मिली। भारत के लिए दूसरा सत्र कुछ खुशी लेकर आया और उसने ऑस्ट्रेलिया के दोनों सलामी बल्लेबाजों को पैवेलियन भेजा।मेहमान टीम को कप्तान अनिल कुंबले ने पहली सफलता दिलाई। फिल जैक्स (60) ने पहले से ही कुंबले की गेंद पर स्वीप खेलने का मन बना लिया था, लेकिन भारतीय कप्तान की गेंद काफी स्पिन हुई और विकेटों में समा गई। जैक्स ने हेडन के साथ पहले विकेट के लिए 159 रन जोड़े।हेडन और पोंटिंग ने इसके बाद ऑस्ट्रेलिया की पारी को आगे बढ़ाया। ईशांत की गेंद पर आउट होने से पहले हेडन ने हरभजनसिंह की गेंद को स्वीप करके अपना शतक पूरा किया। भारत की ओर से तीसरी सफलता इरफान पठान को मिली, जब उन्होंने हसी (22) को बोल्ड कर दिया।पुछल्लों ने गेंदबाजों को परेशान किया