Last Modified: कोच्चि ,
शुक्रवार, 8 अप्रैल 2011 (17:57 IST)
संन्यास के बाद पहला मैच खेलेंगे मुरली
विश्व रिकॉर्डधारी श्रीलंका के दिग्गज ऑफ स्पिनर मुथैया मुरलीधरन अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट को अलविदा कहने के बाद आईपीएल के चौथे संस्करण में कोच्चि टस्कर्स केरल की ओर से रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरू के खिलाफ शनिवार को अपना पहला मैच खेलने उतरेंगे।
टेस्ट मैचों में 800 और वनडे में 534 विकेट लेकर अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में सर्वाधिक विकेट चटकाने वाले मुरलीधरन ने भारत के खिलाफ विश्वकप फाइनल के बाद वनडे को भी अलविदा कह दिया था। टेस्ट क्रिकेट से वह पहले ही संन्यास ले चुके थे। हालाँकि मुरलीधरन को अपने आखिरी अंतरराष्ट्रीय मैच में जीत का तोहफा नहीं मिल सका और श्रीलंका को भारत के हाथों विश्वकप की खिताबी जंग में छह विकेट से हार का सामना करना पड़ा।
मुरलीधरन ने अपना 800वाँ विकेट लेने के बाद टेस्ट क्रिकेट को अलविदा कहा था लेकिन अपने आखिरी वनडे में वह एक भी विकेट हासिल नहीं कर पाए थे। साथ ही मुरलीधरन विश्वकप के आखिरी दो मैचों में चोट से जूझते रहे लेकिन अब वह अपनी चोट से उबरकर आईपीएल के चौथे संस्करण में जबरदस्त प्रदर्शन करने को तैयार हैं।
मुरलीधरन अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास लेने के बाद आईपीएल की नई टीम कोच्चि टस्कर्स की ओर से शनिवार को अपने पहले मैच में रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरू के चैलेंज की धज्जियाँ उड़ाने के इरादे से मैदान में उतरेंगे। वह इससे पहले आईपीएल के तीन सत्रों में चेन्नई सुपरकिंग्स की ओर से खेले थे।
मुरलीधरन ने टेस्ट क्रिकेट से संन्यास लेने के बाद ही यह घोषणा कर दी थी कि विश्वकप का आखिरी मैच उनका आखिरी वनडे मैच होगा लेकिन साथ ही उन्होंने यह भी कहा था कि वह ट्वेंटी-20 क्रिकेट खेलना जारी रखेंगे।
मुरलीधरन ने कहा था मैं टेस्ट और वनडे क्रिकेट से संन्यास लेने के बाद भी ट्वेंटी-20 क्रिकेट खेलना जारी रखूँगा क्योंकि ट्वेंटी-20 में मुझे केवल चार ओवर फेंकने होंगे। मेरी क्षमता और फिटनेस को देखते हुए मैं ट्वेंटी-20 क्रिकेट खेल सकता हूँ। दरअसल मुरलीधरन वर्ष 2004 में आई सुनामी के प्रभावितों की मदद के लिए कई चैरिटी कार्यक्रम चला रहे हैं जिसके लिए उन्हें धन की जरूरत है और आईपीएल में खेलकर उन्हें इस चैरिटी कार्यक्रम के लिए धन जुटाने में मदद मिलेगी।
मुरलीधरन ने कहा मुझे 2000 छात्रों को किताबें, यूनिफॉर्म, जूते और अन्य सामग्री खरीदने के लिए हर वर्ष एक लाख डॉलर की जरूरत है। मेरा अब तक का जीवन पूरी तरह क्रिकेट को समर्पित रहा है। अब मैं बेसहारा लोगों की मदद करना चाहता हूँ। भले ही मुरलीधरन विश्वकप फाइनल में जीत के साथ अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट को अलविदा नहीं कह पाए लेकिन अपनी ऑफ स्पिन गेंदबाजी से टेस्ट और वनडे में कई कीर्तिमान गढ़ने वाले इस खिलाड़ी ने एक हीरो की तरह अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास लिया।
मुरलीधरन चाहेंगे कि वह इस बार आईपीएल में भी ताबड़तोड़ विकेट चटकाकर नए कीर्तिमान स्थापित करें और अपने शानदार प्रदर्शन से कोच्चि टस्कर्स की जीत की इबारत लिखें। (वार्ता)