Last Modified: दाम्बुला ,
शुक्रवार, 18 जून 2010 (16:15 IST)
रोमांच से भरपूर होगा भारत-पाकिस्तान मुकाबला
चिर प्रतिद्वंद्वी भारत और पाकिस्तान जब आठ महीने बाद यहाँ एशिया कप के जरिए क्रिकेट के मैदान पर आमने-सामने होंगे तो दर्शकों को मनोरंजन और रोमांच की जबदस्त सौगात मिलेगी।
विश्व क्रिकेट में ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड के बीच एशेज श्रृंखला के समान प्रतिद्वंद्विता का नजारा पेश करने वाले भारत और पाकिस्तान के मैचों का सभी को बेताबी से इंतजार रहता है।
रणगिरी दाम्बुला अंतरराष्ट्रीय स्टेडियम की विकेट भले ही वनडे क्रिकेट के लिए आदर्श नहीं हो, लेकिन महेंद्र सिंह धोनी और शाहिद अफरीदी की टीमों के बीच बादशाहत की जंग जोरदार रहने की उम्मीद है। पिछली बार दोनों टीमें सितंबर में दक्षिण अफ्रीका में चैम्पियंस ट्रॉफी में टकराई थी जब पाकिस्तान ने बाजी मारी थी। धोनी एंड कंपनी का इरादा अब बदला चुकता करने का होगा।
करो या मरो की स्थिति में हमेशा बेहतरीन प्रदर्शन करने वाली पाकिस्तानी टीम को श्रीलंका के हाथों पहला मैच हारने के बाद अब हर हालत में जीत दर्ज करनी होगी।
कप्तान अफरीदी शानदार फॉर्म में हैं जबकि उमर और कामरान अकमल भी पारी का नक्शा बदल देते हैं। सलमान बट और शोएब मलिक भी विध्वंसक बल्लेबाजों में शुमार हैं।
भारत की बल्लेबाजी में गहराई है। देखना यह होगा कि वीरेंद्र सहवाग पाकिस्तानी चुनौती का सामना किस तरह करते हैं। कंधे की चोट से उबरने के बाद वे बांग्लादेश के खिलाफ 11 रन ही बना सके थे। गौतम गंभीर ने बांग्लादेश के खिलाफ 82 और धोनी ने 38 रनों उपयोगी पारियाँ खेलीं। (भाषा)