Last Modified: बुलावायो (वार्ता) ,
गुरुवार, 2 अगस्त 2007 (18:19 IST)
भारत ए की शानदार जीत, चावला चमके
लेग स्पिनर पीयूष चावला ने एक बार फिर धारदार गेंदबाजी करते हुए भारत 'ए' को जिम्बॉब्वे 'ए' के खिलाफ दूसरे चार दिवसीय क्रिकेट मैच के तीसरे दिन ही बुधवार को यहाँ एक पारी और 233 रन से शानदार जीत दिलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
चावला ने मैच में 58 रन देकर 10 विकेट लिए। दो मैचों की सिरीज के पहले मुकाबले में भी उन्होंने आठ विकेट लिए थे और भारत 'ए' ने इसे नौ विकेट से जीता था।
सुबह जिम्बॉब्वे 'ए' ने अपनी पहली पारी पाँच विकेट पर 67 रन से आगे शुरू की। उसके विकेट लगातार गिरते रहे और समूची टीम सिर्फ 143 रन बनाकर आउट हो गई। इस पारी में चावला और उनके साथी स्पिनर प्रज्ञान ओझा ने चार-चार खिलाड़ियों को आउट किया। भारत 'ए' को पहली पारी में 381 रन की बढ़त मिल गई और मेजबान टीम को फालोऑन करना पड़ा।
टिनो मावोयो (33) और हैमिलटन मस्काजा (73) ने जिम्बॉब्वे 'ए' को पहली पारी की तरह ही अच्छी शुरुआत देते हुए 63 रन जोड़े, लेकिन इसके बाद चावला ने मावोयो और वुसी सिबांदा शून्य को कैच कराते हुए पारी की हार टालने की जिम्बॉब्वे की उम्मीदों पर पानी फेर दिया।
मस्काजा और तातेन्दा ताइबू (19) ने कुछ संघर्ष करते हुए जिम्बॉब्वे 'ए' के योग को 115 रन तक पहुँचाया, लेकिन ओझा ने ताइबू को और इरफान पठान ने मस्काजा को पगबाधा आउट कर इस संघर्ष पर विराम लगा दिया।
जिम्बॉब्वे 'ए' की समूची टीम 148 रन बनाकर आउट हो गई। उसके छह बल्लेबाज अपना खाता भी नहीं खोल सके। मेजबान टीम ने अपने आखिरी छह विकेट 44 गेंदों पर सिर्फ पाँच रन जोड़कर गँवा दिए।
दूसरी पारी में चावला ने 15.3 ओवरों में 46 रन देकर छह खिलाड़ियों को आउट किया। पहली पारी में सफलता से वंचित रहे पठान ने 10 ओवरों में सिर्फ 12 रन दिए और उन्हें तीन कामयाबियाँ मिलीं।
भारत 'ए' टीम अब केन्या रवाना होगी, जहाँ उसे मेजबान देश के खिलाफ तीन दिनों के दो मैच खेलने हैं। वह केन्या में एक त्रिकोणीय सिरीज भी खेलेगी जिसमें तीसरी टीम श्रीलंका 'ए' है।