Last Modified: नई दिल्ली (भाषा) ,
शुक्रवार, 12 दिसंबर 2008 (20:16 IST)
गिल के बयान पर मिश्रित प्रतिक्रिया
खेलमंत्री एमएस गिल के मुंबई में आतंकी हमले के बाद भारतीय क्रिकेट टीम पाकिस्तान नहीं भेजने के बयान पर विभिन्न दलों के सांसदो ने मिश्रित प्रतिक्रिया व्यक्त की है। कुछ का कहना है कि पाक के साथ खेल संबंधों को बनाए रखना चाहिए, जबकि कुछ ने गिल का समर्थन किया है।
भाजपा जद (यू) और समाजवादी पार्टी का मानना है कि पाकिस्तान के खिलाफ क्रिकेट खेलने का यह सही समय नहीं है, जबकि वहाँ की धरती के लोग भारत में मौत का खेल खेल रहे हैं। वहीं भारतीय ओलिम्पिक संघ के अध्यक्ष और राज्य सभा सदस्य सुरेश कलमाड़ी और एक अन्य सांसद असलम शेर खान का कहना है कि पाकिस्तान के साथ खेल संबंधों को बरकरार रखा जाना चाहिए।
भाजपा नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री शाहनवाज हुसैन ने स्वीकार किया कि भारत को पाकिस्तान के साथ खेल संबंधों जारी रखने की जरूरत नहीं है। उन्होंने कहा कि हमें अपनी टीम पाकिस्तान के दौरे पर नहीं भेजनी चाहिए मुंबई हमलों के बाद हमें पाकिस्तान के साथ खेल संबंध बरकरार रखने की जरूरत नहीं रह गई है।
उन्होंने कहा कि इस समय खेल संबंध बनाए रखने का कोई मतलब नहीं है। समाजवादी पार्टी के सचिव अमरसिंह ने भी कहा कि क्रिकेट टीम को उस देश (पाकिस्तान) नहीं भेजा जाना चाहिए, जो हमारे खिलाफ आंतकवाद और हिंसा को शह दे रहा है। सिंह ने कहा कि अटलबिहारी वाजपेयी ने पाक के लिए बस सेवा शुरू की, लेकिन उन्होंने हमें कारगिल युद्ध दिया।