Last Updated :मुंबई (भाषा) , बुधवार, 9 जुलाई 2014 (20:02 IST)
आईसीसी नस्लभेद पर और सख्त
अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद ने अपने नस्लभेद रोधी संहिता के दिशा-निर्देशों को और विस्तृत कर दिया है और इस साल मार्च से लागू इस संहिता का उल्लंघन करने पर दंडात्मक कार्रवाई की जा सकती है।
नस्ली टिप्पणी, ताने कसने और इस तरह के अन्य इशारे करने वाले, अभद्र दर्शकों को मैदान से निकालने से लेकर उन पर मैदान पर घुसने पर आजीवन प्रतिबंध तक लगाया जा सकता है।
इसके अलावा दर्शक की तस्वीर ली जाएगी और उसका वीडियो बनाया जाएगा जिससे उक्त व्यक्ति के खिलाफ आपराधिक मामले में मदद हो सके। आईसीसी ने मैच आयोजक स्थलों को इस आशय के लिए जरूरी कदम उठाने के निर्देश दे दिए हैं।
संहिता के मुताबिक आईसीसी और उसके सभी सदस्यों को सुनिश्चित करना चाहिए कि मैदान पर मौजूद अधिकारियों और पुलिसकर्मियों को नस्ली और आपत्तिजनक टिप्पणी के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए प्रशिक्षित किया जाए।
इसके अनुसार इस संबंध में मैच का आयोजन कर रहा सदस्य प्रतिभागी टीमों के मुख्य कार्यकारी अधिकारियों की सहायता से यह सुनिश्चित करे कि मेजबान सदस्य को उन शब्दों और वाक्यों की पूरी जानकारी हो जो प्रतिभागी टीम के लिए आपत्तिजनक हैं।