Last Modified: चेन्नई ,
सोमवार, 12 दिसंबर 2011 (15:41 IST)
अच्छे प्रदर्शन की उम्मीद-पोलार्ड
अपने करियर का पहला शतक जड़ने वाले वेस्टइंडीज के आलराउंडर किरेन पोलार्ड ने कहा कि उन्हें अब निरंतर अच्छा प्रदर्शन करने की उम्मीद है।
रविवार रात यहां भारत के खिलाफ पांचवें और अंतिम एकदिवसीय मैच में वेस्टइंडीज की 34 रन की हार के बाद पोलार्ड ने कहा, ‘‘उम्मीद करता हूं कि मैं भविष्य में अपने प्रदर्शन में निरंतरता ला पाऊंगा। भगवान का शुक्र है कि मैं अपना पहला शतक बना पाया। मैं चाहता था कि टीम जीते लेकिन ऐसा नहीं हुआ। वापस लौटकर देखना होगा कि क्या गलत हुआ। शुरुआती मैच काफी करीबी थे।’’
वेस्टइंडीज ने श्रृंखला 1-4 से गंवाई और टीम ने सिर्फ टुकड़ों में अच्छा प्रदर्शन किया। पोलार्ड ने कहा, ‘‘उम्मीद करते हैं कि हमें अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में कुछ महीने का खाली समय मिलेगा और हम अपने प्रदर्शन पर गौर करेंगे तथा ऑस्ट्रेलिया के लिए मजबूत होकर लौटेंगे।’’
यह पूछने पर कि उनकी यह पारी कितनी महत्वपूर्ण थी, पोलार्ड ने कहा, ‘‘यह काफी अहम शतक है। शुरुआती मैचों में अच्छी शुरुआत के बाद मैं अलग रवैये के साथ उतरा था। भगवान का शुक्र है कि भारतीय टीम के सर्वश्रेष्ठ क्षेत्ररक्षकों (विराट कोहली) में शामिल खिलाड़ी ने 99 के स्कोर पर मेरा कैच छोड़ दिया।’’
पोलार्ड ने कहा, ‘‘उम्मीद करता हूं कि मैं इस पारी से सीखूंगा और भविष्य में भी वेस्टइंडीज के लिए अच्छा प्रदर्शन करूंगा।’’ वेस्टइंडीज का यह खिलाड़ी हालांकि ट्वेंटी-20 क्रिकेटर के रूप में पहचाने जाने से अधिक परेशान नहीं है।
उन्होंने कहा, ‘‘सभी का अपना नजरिया होता है। जहां तक मेरा सवाल है, मुझे लगता है कि जब मैं ड्रेसिंग रूम में लौटूं तो मुझे पता होना चाहिए कि मैंने अपना शत प्रतिशत योगदान दिया है। अगर मैंने खराब शॉट खेला है तो अपने प्रति कड़ा रवैया अपना सकता हूं। लेकिन अंत में जो लोगों को कहना है वह सिर्फ उनका नजरिया है।’’ (भाषा)