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Written By ND
Last Modified: नई दिल्ली , मंगलवार, 21 अगस्त 2007 (14:30 IST)

सीमेंट भावों में कमी आने की संभावना

सीमेंट भावों में कमी आने की संभावना -
पाकिस्तान से सीमेंट की आपूर्ति जल्दी शुरू होने वाली है। इसके बाद पिछले दो वर्षों से इसकी कीमतों में आ रहे लगातार उछाल पर लगाम लगने की पूरी संभावना है। इस महीने के अंत तक या अगले महीने की शुरुआत में यहाँ पाकिस्तानी सीमेंट की आवक शुरू हो रही है।

सीमेंट आयात के लिए केंद्र सरकार ने एमएमटीसी को अधिकृत कर दिया है। भारत और पाकिस्तान के बीच आर्थिक और वाणिज्यिक सहयोग पर गठित समिति की चौथे दौर की बातचीत की समाप्ति पर 1 अगस्त को पाकिस्तान से सीमेंट आयात को औपचारिक अनुमति मिली थी। हालाँकि इससे पहले ही पाकिस्तान सीमेंट मँगाने और यहाँ से पाकिस्तान को चाय भेजने पर सहमति बन गई थी । अन्य देश से सीमेंट मँगाने के लिए यहाँ भारतीय मानक ब्यूरो (बीआईएस) से प्रमाणन जरूरी है।

सीमेंट आयात का मार्ग प्रशस्त करने के लिए केंद्र सरकार ने भी कई तरह के शुल्क, प्रशुल्क एवं सीमा कर में छूट देने की घोषणा की है। कारोबारियों का कहना है कि पाकिस्तान से यहाँ आने वाले सीमेंट का भाव 140 रुपए से 160 रुपए बोरी होगा, जबकि देशी सीमेंट 190 से 240 रु. के बीच पड़ रही है।

मुंबई के एक कारोबारी का कहना है कि पाकिस्तान से आने वाले सीमेंट की पहली खेप इस महीने के अंत तक यहाँ पहुँच जाएगी। उनका कहना था कि इस मार्ग में अभी भी कुछ अड़चनें हैं, यथा इसका आयात समुद्री मार्ग से हो, रेल मार्ग से हो या सड़क मार्ग से हो। फिर भी उनका कहना है कि इस दिशा में सही कदम बढ़ रहे हैं।

सीमेंट उद्योग सूत्रों का कहना है कि पाकिस्तान से शुरुआत में आने वाले सीमेंट से यहाँ की कंपनियों को कोई खास फर्क नहीं पड़ेगा। इसका वास्तविक प्रभाव तो तब दिखेगा जब सितंबर-अक्टूबर तक वहाँ से भारी मात्रा में सीमेंट यहाँ आने लगेगा।

बीआईएस के पास 9 अगस्त तक 15 कंपनियों के आवेदन पत्र प्रमाणन के लिए आ चुके थे जिनमें से सात कंपनियों को प्रमाण पत्र मिल चुके हैं। पाकिस्तान में सीमेंट उत्पादन की वार्षिक क्षमता 3 करोड़ 40 लाख टन है, जिसके अप्रैल 2008 तक 4 करोड़ टन हो जाने का अनुमान है। वहाँ सीमेंट की खपत करीब 2 करोड़ 20 लाख टन सालाना है यानी 1 करोड़ 20 लाख टन सीमेंट का निर्यात हो सकता है।

वाणिज्य मंत्रालय के अनुमान के अनुसार जनवरी 2006 से जुलाई 2007 के बीच घरेलू बाजार में सीमेंट के भाव में करीब 45 प्रतिशत की वृद्धि हुई। तमाम सरकारी प्रयासों के बावजूद जब स्थानीय सीमेंट कंपनियाँ कीमत घटाने पर सहमत नहीं हुईं तब आयात का विकल्प खोलना पड़ा। इसका असर दिखा भी, जब सीमेंट आयात के लिए पिछले महीने से कवायद शुरू हुई तभी से यहाँ सीमेंट के भाव करीब स्थिर हो गए हैं।