सत्यम के खुलासे से सेबी दंग
सत्यम कंप्यूटर द्वारा की गई वित्तीय हेराफेरी को दहलाने वाली बताते हुए भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (सेबी) ने कहा है कि वह इस मामले में सभी कानूनी कदम उठाएगी। सेबी ने इसके लिए सरकार और शेयर बाजारों से बातचीत शुरू कर दी है।सेबी के अध्यक्ष सीबी भावे ने कहा हम कंपनी मामले के मंत्रालय के संपर्क में हैं। हम उसके साथ बातचीत कर रहे हैं कि कानून के तहत उसके और सेबी के पास कार्रवाई की क्या क्या शक्तियाँ हैं।सत्यम के अध्यक्ष बी रामलिंग राजू द्वारा लिखा गया पत्र सेबी को भी भेजा गया है। इस पत्र में उन्होंने स्वीकार किया कि कंपनी का मुनाफा सालों तक बढ़ाकर दिखाया गया जिसके कारण वास्तविक और काल्पनिक परिसंपत्तियों में भारी अंतर हो गया।भावे ने कहा कि इस प्रकरण का बाजार पर गंभीर असर होगा। यह मामला कई विभागों के दायरे में आता है इसलिए हम संयुक्त कार्रवाई के लिए कंपनी मामले के मंत्रालय के संपर्क में हैं। उन्होंने पत्र के परे जाकर कार्रवाई पर फैसला करने पर जोर दिया।राजू के सेबी निदेशक मंडल और शयेर बाजारों को भेजे पत्र में किए गए खुलासे से हैरान भावे ने कहा कि सबसे आश्चर्यजनक बात यह है कि कंपनी के पास नकद बैलेस था ही नहीं पर इसके होने का प्रमाण पत्र जारी कर दिया गया। इससे इस मामले से आडिट की प्रामाणिकता पर भी सवाल उठता है।उन्होंने कहा हमारी कोशिश प्रमुखतया यह देखने की है कि किसी भी नियामक एजेंसी के पास जो भी तथ्य उपलब्ध हैं वे सामने रखे जाएँ और निवेशक सच जान सकें। मुझे भरोसा है कि तथ्यों की पड़ताल करते हुए हम इससे कुछ सबक लेंगे।