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Written By वार्ता
Last Modified: नई दिल्ली (वार्ता) , रविवार, 26 अगस्त 2007 (16:39 IST)

मुद्रास्फीति में मामूली बढ़ोतरी

मुद्रास्फीति में मामूली बढ़ोतरी -
फल-सब्जियों समेत कई अन्य खाद्य पदार्थों के महँगा होने से सकल उपभोक्ता थोक मूल्य सूचकांक पर आधारित मुद्रास्फीति की दर एक सप्ताह की गिरावट के बाद 11 अगस्त को समाप्त हुए सप्ताह में 0.05 प्रतिशत े बढ़कर 4.10 प्रतिशत पर पहुँच गई।

चार अगस्त को समाप्त हुए सप्ताह में इस वर्ष जून के बाद न्यूनतम स्तर पर पहुँची मुद्रास्फीति अभी भी नियंत्रण में बनी हुई है। एक सप्ताह पहले मुद्रास्फीति 4.05 प्रतिशत और पिछले साल आलोच्य अवधि में 5.07 प्रतिशत थी।

आलोच्य सप्ताह में फल-सब्जियाँ, बाजरा-मसूर और चना जैसे खाद्य पदार्थ और कारखानों में बना कुछ सामान महँगा होने से मुद्रास्फीति की दर में मामूली बढ़ोतरी हुई है।

कुछ विश्लेषकों का मानना है कि मौजूदा राजनीतिक स्थिति को ध्यान में रखते हुए फिलहाल पेट्रोलियम पदार्थों की कीमते बढ़ने की संभावना नहीं है। कुछ का कहना है कि खासकर कारखानों में बने सामान की कीमतों में निगरानी रखे जाने की जरूरत है।

केन्द्रीय वित्तमंत्री पी. चिदंबरम ने इसी सप्ताह संसद में कहा कि सरकार का लक्ष्य मुद्रास्फीति को चार प्रतिशत के नजदीक लाने का है। चिदंबरम ने कहा कि जब तक गेहूँ, चावल और दालों का उत्पादन नहीं बढ़ता है तब तक खाद्य पदार्थों के दामों पर दबाव बना रहेगा।

बैंकिंग क्षेत्र में नकदी की भरमार से महँगाई के खतरे को देखते हुए रिजर्व बैंक ने 31 जुलाई को उम्मीदों के अनुरूप नगद सुरक्षित अनुपात सीआरआर आधा प्रतिशत बढ़ाकर सात प्रतिशत करने की घोषणा की पर आर्थिक वृद्धि की उच्च रफ्तार बनाए रखने के लिए मुनासिब दर पर ऋण सुलभ कराने के लिए अपनी ब्याज की दरों को वर्तमान स्तर पर बनाए रखा।

रिजर्व बैंक ने मुद्रास्फीति को नियंत्रित करने पर जोर देते हुए चालू वित्त वर्ष में इसे पाँच प्रतिशत पर लाने और मध्यकालिक लिहाज से इसे घटाकर चार से साढ़े चार प्रतिशत के बीच लाने का लक्ष्य रखा है।

आलोच्य अवधि के दौरान सकल उपभोक्ता वस्तुओं का आधिकारिक थोक मूल्य सूचकांक पहले के अंतिम 213.1 अंक से 0.01 प्रतिशत बढ़कर 213.4 अंक अस्थायी पर पहुँच गया। सप्ताह के दौरान थोक मूल्य सूचकांक की गणना में शामिल 63.75 प्रतिशत का भारांक रखने वाला कारखानों में निर्मित उत्पादों के समूह का सूचकांक 185.6 अंक से 0.1 प्रतिशत बढ़कर 185.7 अंक पर पहुँच गया।

प्राथमिक वस्तुओं के वर्ग का सूचकांक 22.02 प्रतिशत भारांक 0.4 प्रतिशत की वृद्धि से 222.5 अंक से 223.5 अंक हो गया। ईंधन, ऊर्जा, प्रकाश एवं लुब्रीकेंट्स का सूचकांक भारांक 14.23 प्रतिशत 322.1 अंक पर अपरिवर्तित रहा।

आलोच्य अवधि में प्राथमिक वस्तुओं के तहत खाद्य वस्तुओं के वर्ग का सूचकांक 220.3 अंक से 0.7 प्रतिशत बढ़कर 221.8 अंक हो गया। फल-सब्जियाँ चार प्रतिशत, बाजरा तीन प्रतिशत, मसूर दो प्रतिशत और चना एक प्रतिशत महँगा होने से यह सूचकांक बढ़ा है। अलबत्ता मूँग पाँच प्रतिशत, माँस चार प्रतिशत, अंडा दो प्रतिशत और उड़द एक प्रतिशत सस्ता हुआ।

प्राथमिक वस्तुओं में ही शामिल अखाद्य वस्तुओं के समूह का सूचकांक 210.3 अंक से 0.1 प्रतिशत घटकर 210.0 अंक रह गया। इसमें शामिल मूँगफली का बीज दो प्रतिशत महँगा हुआ, जबकि कच्चा रबर पाँच प्रतिशत, राम तिल तीन प्रतिशत और सूरजमुखी एक-एक प्रतिशत महँगा हुआ।

कारखानों में निर्मित उत्पादों के वर्ग में वस्त्र समूह का सूचकांक 132.7 अंक से 0.1 प्रतिशत घटकर 132.6 अंक रह गया। इस समूह में पोलिएस्टर यार्न चार प्रतिशत, पोलिएस्टर स्टैपल फाइबर तीन प्रतिशत और काटन यार्न हैंक एक प्रतिशत सस्ता हुआ। अलबत्ता टेक्सचराइज्ड यार्न तीन प्रतिशत, कॉटन यार्न कोन, टाट के बैग और कपड़ा एक-एक प्रतिशत महँगा हुआ।

कागज एवं कागज उत्पादों के समूह का सूचकांक 193.1 अंक से 0.5 प्रतिशत बढ़कर 194.1 अंक हो गया। इसमें शामिल क्राफ्ट पेपर चार प्रतिशत, एमजी पोस्टर पेपर दो प्रतिशत महँगा हुआ। रसायन एवं रसायन उत्पादों के समूह का सूचकांक 201.8 अंक से मामूली बढ़कर 201.9 अंक हो गया। इस समूह में तरल क्लोरीन तीन प्रतिशत, कास्टिक सोडा और कैल्शियम अमोनियम नाइट्रेट एन कंटेंट एक-एक प्रतिशत महँगा हुआ, लेकिन वार्निश की कीमत एक प्रतिशत घटी।

सीमेंट की कीमत 0.2 प्रतिशत बढ़ने से अधात्विक खनिज उत्पादों का सूचकांक 206.3 अंक से 0.1 प्रतिशत बढ़कर 206.5 अंक हो गया। जस्ते की सिल्ली दो प्रतिशत और सीसे की सिल्ली एक प्रतिशत मंदी होने से मूल धातुओं अयस्क एवं धातु उत्पादों के समूह का सूचकांक 243.8 अंक से मामूली घटकर 243.7 अंक रह गया। इलेक्ट्रॉनिक उपकरण सस्ते होने से मशीनरी एवं मशीनी औजारों के समूह का सूचकांक 165.9 अंक से 0.2 प्रतिशत घटकर 165.6 अंक पर आ गया।

बड़ी लाइन के यात्री रेल डिब्बे 14 प्रतिशत और अन्य डिब्बे सात प्रतिशत महँगे होने से परिवहन उपकरण एवं पुर्जों के समूह का सूचकांक 164.0 से 0.4 प्रतिशत बढ़कर 164.7 अंक पर पहुँच गया।

अंतिम आँकड़ों की प्राप्ति पर सकल उपभोक्ता वस्तुओं का थोक मूल्य सूचकांक 16 जून को समाप्त हुए सप्ताह में पहले के अंतिम 211.7 अंक से बढ़कर 211.9 अंक हो गया, जबकि उक्त अवधि में मुद्रास्फीति की दर 4.03 प्रतिशत अस्थायी से बढ़कर 4.13 प्रतिशत पर टिक गई।