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Written By वार्ता
Last Modified: नई दिल्ली (वार्ता) , शनिवार, 3 नवंबर 2007 (12:49 IST)

दीपावली पर बँटेंगे 2000 करोड़ के उपहार

दीपावली पर बँटेंगे 2000 करोड़ के उपहार -
उछाल मारती अर्थव्यवस्था और बेहतर नतीजों से उत्साहित देश की विभिन्न कंपनियाँ इस बार दीपावली पर करीब 2000 करोड़ रु. के उपहार बाँटेंगी जो पिछले साल के मुकाबले 650 करोड़ रु. अधिक है।

उद्योग एवं वाणिज्य संगठन एसोचैम के अपनी सदस्य कंपनियों के बीच किए गए एक सर्वेक्षण के अनुसार इस बार कंपनियाँ त्योहारों के मौसम में दिए जाने वाले उपहारों के लिए बजट में लगभग 48 फीसदी की बढ़ोत्तरी कर रही हैं।

पिछले साल कंपनियों ने करीब 1350 करोड़ रु. के उपहार दिए थे जो इस साल बढ़कर 2000 करोड़ हो जाने की उम्मीद है।

एसोचैम के महासचिव श्री डीएस रावत ने इस आकलन रिपोर्ट को जारी करते हुए कहा कि रुपए में मजबूती से निर्यातकों में निराशा के बावजूद मोटे तौर पर चालू वित्त वर्ष की पहली दो तिमाहियों में कंपनियों के नतीजे काफी अच्छे रहे हैं।

इससे कंपनियों ने उपहारों के लिए अपने बजट में बढ़ोत्तरी की है। एसोचैम का कहना है कि फार्मास्युटिकल्स, आईटी एवं बीपीओ, एफएमसीजी, रीयल एस्टेट, पर्यटन एवं विमानन, खुदरा आदि क्षेत्रों की कंपनियों ने दीपावलीके उपहारों पर सबसे अधिक खर्च कर रही हैं।

मोटे अनुमान के अनुसार फार्मास्युटिकल्स, रीयल एस्टेट, एफएमसीजी और नागरिक विमानन क्षेत्र की कंपनियों द्वारा 160 करोड रु. के उपहार देने की संभावना है।

अधिकतर कंपनियाँ चाँदी एवं सोने के सिक्के, कलाई घड़ी, ब्रीफकेस, चाँदी के बर्तन, कैंडल स्टैंड, सूट लेंथ, आई पॉड, डीवीडी प्लेयर और कार्पेट जैसे उपहार देना पसंद करती हैं। इन उपहारों के माध्यम से कंपनी अपने ग्राहकों एवं कर्मचारियों के बीच अपनी छवि को बेहतर करती हैं।

एसोचैम का कहना है कि कंपनियाँ दीपावली पर बेहद खुशी से बढ़-चढ़कर उपहार देती हैं क्योंकि उन्हें लगता है कि यह काफी लाभकारी है। इससे उन्हें अपने कर्मचारियों और सहयोगियों के साथ सद्भाव को मजबूत करने में मदद मिलती है।

देश में दीपावली पर उपहारों का लेनदेन न केवल पारंपरिक रूप से स्वीकार्य है वरन इसे बेहद शुभ माना जाता है। हिन्दू मान्यताओं के अनुसार कारोबारियों के लिए दीपावली नववर्ष का समय होता है और इस मौके पर उपहार अपने ग्राहकों को धन्यवाद देने का अच्छा तरीका समझा जाता है।

कंपनियों ने उपभोक्ता सामानों की प्रचुर उपलब्धता तथा इनकी प्रतिस्पर्धी कीमत से भी दीपावली पर अपने बजट में बढ़ोतरी की है। देश में कंपनियों द्वारा दीपावली के अवसर पर उपहार देने के बढ़ते प्रचलन को देखते हुए कई कंपनियों ने कॉरपोरेट उपहारों की विस्तृत श्रृंखला भी पेश की है।