Last Modified: वाशिंगटन ,
बुधवार, 14 अप्रैल 2010 (18:58 IST)
झूठ बोलने में माहिर होते हैं ज्यादातर ग्राहक
एक नए अध्ययन में खुलासा हुआ है कि ज्यादातर ग्राहक बड़े झूठे होते हैं और उन्हें इसमें कोई हिचक नहीं होती। जी हाँ, अध्ययन के नतीजों में कहा गया है कि ज्यादातर ग्राहक तरह-तरह की छूट पाने के लिए खुशी-खुशी झूठ बोलते हैं।
अध्ययन में यह भी कहा गया है कि ग्राहकों में हक से ज्यादा पाने के लिए बेहिचक झूठ बोलने की प्रवृति देखी गई है। वे इस्तेमाल किया जा चुका सामान भी दुकानदार को लौटाने से नहीं चूकते।
क्वींसलैंड यूनिवर्सिटी ऑफ टेक्नोलॉजी की अगुवाई में शोधकर्ताओं ने पाया कि यदि कोई दुकानदार ग्राहक को पैसे लौटाते वक्त ज्यादा पैसे दे देता है तो इसे चुपचाप अपनी जेब में रख लेने में तकरीबन एक तिहाई ग्राहकों को कोई हिचक नहीं होती।
शोधकर्ताओं ने यह भी पाया कि तकरीबन 50 फीसदी ग्राहकों को इस्तेमाल किया जा चुका सामान दुकानदार को वापस लौटाने में भी कोई परहेज नहीं।
प्रमुख शोधकर्ता डॉ. लैरी नील ने कहा, 'व्यापारिक घराने हर सही चीज के लिए ग्राहकों पर निर्भर नहीं रह सकते। दुकान में ग्राहकों की ओर से खुद ही अपना काम करने की व्यवस्था से भी इतनी गड़बड़ियाँ होती हैं।’ (भाषा)