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Written By ND

'चमत्कारिक शर्ट' से होगा इलाज

आ रहे हैं दवा वाले कपड़े

''चमत्कारिक शर्ट'' से होगा इलाज -
डॉ. ‍विनोद गुप्ता
ND
बीमार पड़ने पर डॉक्टर अपने मरीज का उपचार करते हैं। इसके लिए उसे दवा दी जाती है। यह दवा टेबलेट, कैप्सूल, पावडर, इंजेक्शन, सीरप आदि के माध्यम से पहुँचाई जाती है। लेकिन अब आपको दवाएँ खा-पीकर न तो अपने मुँह का स्वाद बिगाड़ना पड़ेगा और न ही सुई से डरने की नौबत आएगी। बस, शर्ट पहनें और दवा आपके शरीर में पहुँच जाएगी!

जी हाँ, वैज्ञानिकों ने ऐसी चमत्कारिक शर्ट बनाई है जो आपके दिल की धड़कन को नाप सकती है। अमेरिकी वैज्ञानिकों ने कॉटन के धागों से बेहद छोटे-छोटे नैनो पार्टिकल से जोड़कर बिजली बनाने वाले कपड़े तैयार किए हैं। इसके लिए हल्के, ज्यादा लचीले और आरामदेह कॉटन धागे बनाए गए हैं।

नन्हे शिशुओं की सेहत पर नजर रखना माँ-बाप के लिए बड़ा मुश्किल होता है क्योंकि शिशु अपनी तकलीफ को बयां नहीं कर सकता। माता-पिता को अब बच्चों की सेहत के बारे में ज्यादा फिक्र नहीं करनी पड़ेगी। उनके कपड़े ही सेहत की सारी जानकारियाँ देंगे।

एक्जमोवियर नामक कंपनी ने नन्हे शिशुओं के लिए इन कपड़ों को तैयार किया है। एक्जमोबेबी नामक इन कपड़ों में बच्चे के दिल की धड़कन, उसकी भावनात्मक और शारीरिक गतिविधियों को रिकॉर्ड करने की क्षमता होती है। कपड़ों में लगे बायोसेंसर्स इस काम को अंजाम देते हैं। वायरलेस तरीके से ये सूचनाएँ आपके पीसी या स्मार्टफोन में ट्रांसफर की जा सकती हैं। शिशुओं के स्वास्थ्य के बारे में कई सूचनाएँ जन्म के कुछ समय बाद पता चलती हैं। नई तकनीक से समय रहते ही इन समस्याओं का हल निकाला जा सकेगा।

ब्रिटेन की एक डिजाइनर ने आयुर्वेदिक दवायुक्त विशेष कपड़े तैयार किए हैं, जिनका उपयोग कर ई परेशानियों से बचा जा सकता है। रॉयल कॉलेज ऑफ आर्ट की डायना ईरानी ने वस्त्र बुनने की पारंपरिक तकनीक का उपयोग कर धागों के बीच में दवा से भरे छोटे-छोटे मोती पिरो दिए हैं।

शरीर की गर्मी के सहारे यह दवा इन सूक्ष्म मोतियों से निकलकर सीधे शरीर की तंत्रिकाओं तक पहुँचती है। इन वस्त्रों की खासियत यह है कि इनको हाथ से धोने पर दवा को किसी तरह का नुकसान नहीं पहुँचता है। डायना द्वारा बनाए गए इन विशेष वस्त्रों को पहनकर गठिया, एक्जिमा के साथ ही उदासी व अवसाद से भी बचा जा सकता है।

उनका कहना है कि इस तरह से दवा लेना काफी आसान है, क्योंकि इसमें जो जड़ी-बूटियाँ उपयोग की गई हैं, वे महीनों तक प्रभावी रहती हैं। फिर इन वस्त्रों के कारण मरीजों को 'दवा लेना भूल गया' कहने का मौका भी नहीं मिलेगा। उनकी इस खोज के लिए ब्रिटिश स्टैंडर्ड इंस्टीट्यूट ने उन्हें सात हजार पौंड का विशेष पुरस्कार भी प्रदान किया है।

लंदन के जैन इंजीनियर ऐसी कमीज विकसित करने की कोशिश में हैं, जिसे पहनने वाले को अपनी सेहत के बारे में चिंता करने की जरूरत महसूस नहीं होगी क्योंकि यह समझदार कमीज दिल की धड़कन को रिकॉर्ड करेगी, शरीर के तापमान पर नजर रखेगी, पसीने का विश्लेषण करेगी तथा हर उस छुपी बीमारी का ध्यान रखेगी, जो मौका पाने पर हमला कर देती है।

लंदन की बीटी लैबोरेटरीज के अनुसंधान प्रमुख प्रो. पीटर कोशरान ने ऐसे बायोसेंसरों को विकसित कर ही लिया है, जो उनके स्वास्थ्य की देखभाल करते हैं। प्रो. कोशरान हमेशा बायोसेंसर सुपरवाच पहने रहते हैं, जो उन्हें दिल की धड़कन बढ़ने की सूचना देती है। जैव इंजीनियरों द्वारा बनाए जा रहे सेंसरों में कुछ ऐसे सेंसर भी हैं, जो शरीर में शकर की मात्रा को नियंत्रित करते हैं, अमेरिका के जैव इंजीनियर तो त्वचा के नीचे स्थापित किए जा सकने वाले ऐसे सेंसर बना रहे हैं, जो व्यक्ति को मिर्गी या चक्कर आने की भी पूर्व सूचना देंगे।