Children book: देश और विदेश में बच्चों के लिए हजारों किताबें लिखी गई जिनमें से अब कुछ ही किताबें प्रचलन में इसलिए हैं क्योंकि वह विश्व स्तर पर लोकप्रिय रही हैं। भारतीय विद्वानों ने भी बच्चों को प्रेरित करने या उन्हें मोटिवेट करने के लिए ऐसी कई ...
एक बार दक्षिणेश्वर मंदिर (Dakshineswar) में रामकृष्ण परमहंस को पुजारी की नौकरी मिली। उनका 20 रुपए वेतन तय किया गया, जो उस जमाने के समय के लिए पर्याप्त था।
भारतवर्ष गुलाम है, ब्रिटिश हुकूमत का दमन चक्र जारी है। चारों और त्राहि-त्राहि मची है। उनके निरंकुश शासन के आगे आमजन असहाय हैं लेकिन नवयुवकों में आज़ादी पाने का जुनून सवार है। सरदार भगतसिंह, चंद्रशेखर आज़ाद, राम प्रसाद बिस्मिल, बटुकेश्वर दत्ता, ...
नेताजी सुभाषचंद्र बोस (Netaji subhash bose) के घर के सामने एक बुढ़िया रहती थी। वो एक गरीब भिखारिन (Bhikarin) थी। वे देखते थे कि वह भिखारिन (Beggar) हमेशा भीख मांगती थी
आप सभी मकर संक्रांति पर खूब पतंग उड़ाएंगे। खूब तिल गुड़ खाएंगे। आपको आपके मम्मी-पापा खूब सारी पतंग, मांजा, फिरकी लाकर देंगे। पर मैं. .. मैं तो अकेला हूं। जब भी मकर संक्रांति आती है मुझे याद आती है अपने मम्मी पापा की। तब मैं बहुत छोटा था। मेरे पंख ...
एक बार बनारस में स्वामी विवेकानंद जी दुर्गा माता के मंदिर से निकल रहे थे, तभी वहां मौजूद बहुत सारे बंदरों ने उन्हें घेर लिया। बंदर उनके नज़दीक आने लगे और डराने लगे।
यह कहानी एक लोमड़ी की है। एक बार एक चालाक लोमड़ी को बहुत भूख ली थी और कुछ खाने की तलाश में थी। हर जगह जाकर उसने खाना ढूंढा, लेकिन उसे कुछ भी खाने के लिए नहीं मिला।
Small Stories in Hindi बहुत समय पहले की बात है। दो बहुत पक्के दोस्त थे। एक बार वे जंगल से गुजरते हुए खतरनाक रास्ते से जा रहे थे। वह रास्ता बिलकुल एकांत स्थान वाला था।
Short Motivational Story एक गुलाब था, जिसे अपनी सुंदरता पर बहुत गर्व था। अपनी सुंदरता पर उसे बहुत नाज था। वह सिर्फ एक बात से निराश था कि वह एक कैक्टस के बगल में उगा हुआ था।
Kids Story एक समय की बात है। एक छोटे से कस्बे में एक साधु महाराज पधारे। उनके पास बहुत से दुखी लोग आशीर्वाद लेने पहुंचे। उन्हीं में एक था श्यामा। उनसे साधु महाराज से कहा, मैं बहुत ही गरीब हूं, मेरे ऊपर बहुत कर्ज है
गणेशजी को मोदक प्रिय है यह तो सभी जानते हैं, परंतु उनके मोदक प्रिय होने के कई कारण हैं। मोदक लड्डू को गणपति जी को अर्पित करने से वे प्रसन्न हो जाते हैं।
महाभारत के प्रथम अध्याय में उल्लेख है कि वेद व्यास ने श्री गणेश जी को इसे लिखने का प्रस्ताव दिया तो वे तैयार हो गए। उन्होंने लिखने के पहले शर्त रखी कि महर्षि कथा लिखवाते समय एक पल के लिए भी नहीं रुकेंगे।
कहते हैं सच्चा मित्र ईश्वर का अमूल्य उपहार है। मुझे अपने इस दोस्त और हमारी दोस्ती पर गर्व है। हमारी मित्रता हमेशा बनी रहे यही मैं ईश्वर से प्रार्थना करता हूं।
हिन्दी बाल कहानियों का उदय भारतेंदु युग से माना जाता है। इस काल की अधिकांश कहानियां अनूदित हैं। इसके लिए वे संस्कृत की कहानियों के लिए आभारी हैं। सर्वप्रथम शिवप्रसाद सितारे हिन्द ने कुछ मौलिक कहानियां लिखीं। इनमें ‘राजा भोज का सपना’ ‘बच्चों का इनाम’ ...
वेदों का सार हैं उपनिषद। उपनिषद का सार है गीता। उपनिषद वेदों के अंतिम भाग हैं अतः इन्हें वेदांत भी कहते हैं। उपनिषदों में कई रोचक और शिक्षाप्रद कहानियां हैं जिनका संबंध हमारे जीवन से हैं। हालांकि उपनिषद की सच्ची कहानियां तो हमें उपनिषदों में ही ...