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Last Updated : सोमवार, 10 मार्च 2025 (15:22 IST)

बाल गीत : गांव हमारा

बाल गीत : गांव हमारा - Poem Our village
गांव हमारा प्यारा सुंदर,
चारों तरफ छाई हरियाली।
बीच गांव में से बहती है,
एक नदी नीले जल वाली।
 
सड़कें सब चौड़ी-चौड़ी हैं,
लगे किनारे, सुंदर तरुवर।
बने घोंसले इन तरुओं पर,
पंछी चहकें फुदक-फुदक कर।
 
सारे के सारे घर पक्के,
बने यहां के हवादार हैं।
कहीं नहीं है यहां प्रदूषण,
बच्चे-बच्चे समझदार हैं।
 
एक तरफ है पर्वत ऊंचा,
उसकी शोभा बड़ी निराली।
सूर्योदय के समय भोर में,
फूल नाचते, गाती डाली।
 
ऐसा सुंदर गांव हमारा,
हमको लगता बहुत भला है।
सच में है सौभा हमारा,
हमको रहने यहां मिला है।

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