रविवार, 13 अप्रैल 2025
  • Webdunia Deals
  1. लाइफ स्‍टाइल
  2. नन्ही दुनिया
  3. कविता
  4. Holi poem for children
Last Updated : मंगलवार, 18 मार्च 2025 (14:29 IST)

होली पर कविता : मक्खी मच्छर की होली

Holi
मक्खी ने पिचकारी में रंग,
भरकर मारा मच्छर पर।
 
रंग देखा तो मच्छर भाई,
भगे पैर सिर पर रखकर.।
 
तभी सामने से तितली ने,
पकड़ लिया था मच्छर को।
 
रँगे गए मच्छर भाई तो,
मक्खी हंसी खूब हो- हो।

(वेबदुनिया पर दिए किसी भी कंटेट के प्रकाशन के लिए लेखक/वेबदुनिया की अनुमति/स्वीकृति आवश्यक है, इसके बिना रचनाओं/लेखों का उपयोग वर्जित है...)