मंगलवार, 7 अक्टूबर 2025
  1. लाइफ स्‍टाइल
  2. »
  3. नन्ही दुनिया
  4. »
  5. कविता
  6. बाल कविता : गर्मी आई
Written By WD

बाल कविता : गर्मी आई

गर्मी आई
- रुद्र श्रीवास्तव‌

FILE


गर्मी आई गर्मी आई,
धूप‍‍‍ पसीना लेकर आई।

सूरज सिर पर चढ़ आता है,
अग्नि के बम बरसाता है।

मुझे नहीं यह बिलकुल भाई।
गर्मी आई गर्मी आई।

चलो बरफ के गोले खाएं,
ठेले से अंगूर ले आएं।

मम्मी दूध मलाई लाई।

गर्मी आई गर्मी आई।