माखनचोर, नंदकिशोर, मनमोहन घनश्याम रे, कितने तेरे रूप रे, कितने तेरे नाम.... सच में कान्हा का जितना रूप सलोना है उतने ही आकर्षक उनके नाम है। आइए जन्माष्टमी के शुभ पर्व पर उनके 108 नामों का वाचन करें....
ॐ, कन्हैया, कृष्ण, केशव, चक्रधारी, नंदलाल, माधो, श्याम-सुन्दर, मुरारी, राधावर, बन्सी बजैया, रघुबीर, नटवर, नन्दन, गजाधर, अमर, अजर, अविनाशी, नरोत्तम, अर्जुन-सखा, सांवरिया, सांवला, गोपाल, दामोदर, बृजनाथ, दयालु, दीनबंधु, जगदीश, दीनानाथ, जगत पिता, वामन, यशोदालाल, नारायण, बिहारी, मदनमोहन, कृपानिधि, सर्वरक्षक, ईश्वर, सर्वशक्तिमान, सर्व व्यापक, मन हरन, बांकेबिहारी, गोपानाथ, बृजवल्लभ, गोवर्धनधारी, घनश्याम, परमानन्द, पतितपावन, ज्योतिस्वरूप, राधारमण, माधव, मधुसूदन, रघुपति, हरि, मुरली मनोहर, श्याम, कल्याणकारी, अनन्त, परमपिता, प्रभु, परम पवित्र, गोसाईं, भगत वत्सल, वसुदेव, परमात्मा, दुखहरता, विधाता, निरंजन, काली नाग नथैया, अभय, अन्तर्यामी, सर्वाधार, अद्वैत, घट घट के वासी, दीनानाथ, दाता, परमेश्वर, रमणीक, निराकार, निरविकार, अच्युत, न्यायकारी, जगतकर्ता, त्रिभुवननाथ शंकर, विष्णु, सत्यनारायण, ज्योति स्वरूप, रसिक बिहारी, ब्रह्म, संहरता, पालन करता, सतचित आनंद स्वरूप, केशव, गोपीवल्लभ, राधेश्याम, सत्य स्वरूप, आनंद दाता, दयालु, कल्याणकारी, विश्वकर्ता, परमानन्द, स्वामिन।
VIDEO