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चोर का भय दूर करने हेतु
हेतु- चोर का भय दूर होता है।
वक्त्रं क्व ते सुर-नरोरग-नेत्र हारि निःशेष-निर्जित-जगत्त्रितयोपमानम् ।
बिम्बं कलंकमलिनं क्व निशाकरस्य यद् वासरे भवति पाण्डु-पलाश-कल्पम् ॥ (13)
देव व मानव... सभी के नेत्र जहाँ स्थिर हो जाते हैं... तीन भुवन की तमाम तुलनाएँ जहाँ आकलित हैं... वैसा आपका सुंदर मुखड़ा कहाँ? और कहाँ वह दागवाला धुँधला-सा... चाँद, जो कि रात ढलते-ढलते तो पलाश के पत्ते की भाँति पीला-फीका पड़ जाता है।
ऋद्धि- ॐ ह्रीं अर्हं णमो उज्जुमईणं ।
मंत्र- ॐ ह्रीं श्रीं हं स ऐं ह्राँ ह्रीं द्राँ द्रीं द्रौं द्रः मोहिनि सर्वजनवश्यं कुरु कुरु स्वाहा ।
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धन, ज्ञान और शांति के लिए गुरु पूर्णिमा पर करें ये 7 उपाय, दूर होंगी सारी बाधाएं
महर्षि वेदव्यास के जन्मोत्सव पर आजमाएं ये उपाय, मिलेगा गुरु का आशीर्वाद
गुरु पूर्णिमा 2025: सोच समझकर लें गुरु दीक्षा, जानिए सच्चे गुरु की पहचान
हिन्दू पंचांग के अनुसार आषाढ़ मास की पूर्णिमा को आषाढ़ी और गुरु पूर्णिमा कहा जाता है। अंग्रेजी कैलेंडर के अनुसार 10 जुलाई 2025 गुरुवार को पूर्णिमा तिथि रहेगी। गुरु पूर्णिमा महर्षि वेद व्यासजी की जयंती की रूप में भी मनाई जाती है। यदि आपने किसी को गुरु बना रखा है या बनाने का सोच रहे हैं तो जानिए कि आप सही मार्ग पर हैं या नहीं। अधिकांश ऐसे हैं जो अंधे भक्त हैं, तो स्वाभाविक ही है कि उनके गुरु भी अंधे ही होंगे। माना जा सकता है कि वर्तमान में तो अंधे गुरुओं की जमात है, जो ज्यादा से ज्यादा भक्त बटोरने में लगी है।
हरियाली अमावस्या कब है, जानिए पितृ दोष मुक्ति के 5 अचूक उपाय
Hariyali Amavasya 2025: हिन्दू धार्मिक मान्यता के अनुसार श्रावण मास की अमावस्या के दिन की गई साधना से मानसिक शांति, आध्यात्मिक लाभ और पूर्वजों का आशीर्वाद मिलता है। हरियाली अमावस्या पर पितृ तर्पण, दान, शिव-पूजा, पौधारोपण और स्तोत्रों का पाठ जैसे उपाय अपनाकर पितृ दोष से मुक्ति पाई जा सकती है। आइए जानते हैं...
गुरु पूर्णिमा: प्राचीन भारत के 14 महान गुरु जिन्होंने दिया धर्म और देश को बहुत कुछ
भारत में गुरु के बगैर मोक्ष के मार्ग पर चलना मुश्किल माना गया है। प्राचीन काल से ही भारत में गुरु और शिष्य की परंपरा रही है। प्रथम गुरु शिवजी को माना गया है जिनके सात शिष्य थे जो बाद में सप्त ऋषि कहलाए। इसी गुरु शिष्य परंपरा के लिए ही महान गुरु वेद व्यास के जन्मदिन पर गुरु पूर्णिमा का उत्सव मनाया जाता है। इस दिन गुरु की पूजा होती है। आओ जानते हैं भारत के 10 महान गुरुओं के बारे में।
गुरु का मिथुन राशि में उदय, 12 राशियों का राशिफल
guru uday ka fal 2025: इस वक्त बृहस्पति ग्रह मिथुन राशि में अतिचारी गोचर कर रहे हैं। बृहस्पति ग्रह पीछले माह 09 जून 2025 को मिथुन राशि में अस्त हो गए थे जो अब 09 जुलाई 2025 की रात 10 बजकर 50 मिनट पर उदित हो रहे हैं। बृहस्पति के उदय होने से 12 राशियों पर इसका क्या प्रभाव पड़ेगा? जानिए आपकी राशि कौनसी है।
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Aaj Ka Rashifal: कैसा बीतेगा आज का दिन, पढ़ें 12 राशियों के लिए 10 जुलाई का दैनिक राशिफल
Today Rashifal 10 July 2025 | कैसा रहेगा आज 10 जुलाई 2025 का आपका दिन। जानिए डेली होरोस्कोप के अनुसार गुरुवार का भविष्यफल। मेष से लेकर मीन राशि यानी सभी 12 राशियों का दैनिक राशिफल से संबंधित वेबदुनिया पर पढ़ें एकदम सटीक जानकारी...
10 जुलाई 2025 : आपका जन्मदिन
10 July Happy Birthday: जन्मदिन की शुभकामनाओं के साथ आपका स्वागत है वेबदुनिया की विशेष प्रस्तुति में। यह कॉलम नियमित रूप से उन पाठकों के व्यक्तित्व और भविष्य के बारे में जानकारी देगा जिनका उस दिनांक को जन्मदिन होगा। पेश है दिनांक 10 को जन्मे व्यक्तियों के बारे में जानकारी...
10 जुलाई 2025, गुरुवार के शुभ मुहूर्त
Today Shubh Muhurat 10 July 2025: आज आपका दिन मंगलमयी रहे, यही शुभकामना है। 'वेबदुनिया' प्रस्तुत कर रही है खास आपके लिए आज के दिन के विशिष्ट मुहूर्त। अगर आप आज वाहन खरीदने का विचार कर रहे हैं या आज कोई नया व्यापार आरंभ करने जा रहे हैं तो आज के शुभ मुहूर्त में ही कार्य करें ताकि आपके कार्य सफलतापूर्वक संपन्न हो सकें...
यह 5 ऐसे गुरु हैं जिन्होंने स्थापित किया है भारत की धार्मिक संस्कृति को?
भारत के धर्म, संस्कृति और विज्ञान के संस्थापक प्राचीन काल के ऋषि मुनि रहे हैं। जैसे आयुर्वेद के अश्विन कुमार, सुश्रुत, रचक और च्यवन ऋषि थे तो ऋषि भारद्वान विमानशास्त्र के अविष्कारक थे। पराशर और भृगु ज्योतिष और खगोल विज्ञान के जानकार थे तो ऋषि वशिष्ठ और अगत्स्य मुनि धर्म, राजनीति और समाज के जानकार थे। इसी प्रकार ऐसे कई ऋषि मुनि हुए हैं जिन्होंने भारत में हर विषय में अपना योगदान दिया है।
सावन में हुआ है बेटे का जन्म तो लाड़ले को दीजिए शिव से प्रभावित नाम, जीवन पर बना रहेगा बाबा का आशीर्वाद
boys name inspired by lord shiva: सावन का पवित्र महीना, जो भगवान शिव और माता पार्वती को समर्पित है, भारतीय संस्कृति में विशेष महत्व रखता है। यह माह सिर्फ पूजा-पाठ और भक्ति का नहीं, बल्कि सकारात्मक ऊर्जा और दिव्य आशीर्वाद का भी प्रतीक है। यदि आपके घर में इसी पावन सावन मास में किसी लाड़ले बेटे का जन्म हुआ है, तो यह निश्चित रूप से शिव जी का विशेष आशीर्वाद है। ऐसे में, अपने बच्चे को शिव से प्रभावित नाम देना उसके जीवन के लिए अत्यंत शुभ फलदायी हो सकता है। माना जाता है कि इन नामों के प्रभाव से बच्चे पर जीवनभर बाबा का आशीर्वाद बना रहता है और वह तेजस्वी, शक्तिशाली व भाग्यशाली बनता है।