इंदौर में पार्श्वनाथ सहस्राभिषेक महोत्सव 21 से
1008 पार्श्वनाथ प्रतिमाओं के 23 लाख अभिषेक
विश्व का पहला अनूठा अनुष्ठानइंदौर शहर के पश्चिमी हिस्से में दशहरा मैदान एक ऐसे अनूठे अनुष्ठान का साक्षी बनने जा रहा है, जो विश्वभर में समग्र जैन समाज में पहले कभी नहीं हुआ! यहाँ 21-22 दिसंबर को होने जा रहे पार्श्वनाथ सहस्राभिषेक महोत्सव की तैयारियाँ लगभग अंतिम चरणों में हैं। महोत्सव के तहत मालव मार्तंड आचार्यश्री मुक्तिसागरसूरीश्वरजी के सान्निध्य में तेईसवें तीर्थंकर भगवान पार्श्वनाथ की 1008 प्रतिमाओं के कुल 23 लाख अभिषेक होंगे। खास बात यह कि ये अभिषेक प्रभु के जन्मकल्याणक दिवस पौष दशमी 22 दिसंबर को संपन्न होंगे। विश्व शांति के उद्देश्य से हो रहे इस विराट अनुष्ठान में करीब ढाई हजार महिला-पुरुष बैठेंगे। गुरुवार दोपहर 1 बजे समाज की महिलाएँ गोबर लेपन से अभिषेक स्थल का शुद्धिकरण करेंगी। 21 दिसंबर को 8 हाथियों, 8 अश्वों, सौ बग्घियों आदि के साथ1008 प्रतिमाओं की भव्य रथयात्रा निकाली जाएगी। प्रभु पार्श्वनाथ के अभिषेक में बैठने वाली महिलाओं के लिए लाल रंग की चुनरी की साड़ी तथा पुरुषों के लिए विशेष प्रकार के सोले (पूजा की धोती व खेंस) तैयार कराए गए हैं। यह भी कहा जा रहा है कि हर प्रतिमा के समक्ष एक जोड़ा बैठेगा। इस तरह कुल 23 लाख अभिषेक होंगे। इसके लिए देशभर से डेढ़ सौ आचार्य भगवंतों का सूरि मंत्र जाप का वासक्षेप भी जुटाया गया है। इसमें विशेष रूप से 108 नदियों के पवित्र जल और अनेक बेशकीमती औषधियों का भी उपयोग किया जाएगा।इस अनूठे अनुष्ठान को लेकर समाजजनों में अपूर्व उत्साह है। बाहर से भी भारी संख्या में समाजबंधुओं के आने की संभावना है।