वॉट्सऐप पर आया नया फीचर, फेक न्यूज पर लगेगी लगाम
मैसेजिंग एप वॉट्सऐप ने अपने यूजर्स के लिए एक और नए फीचर ‘फॉरवर्ड मैसेज इंडीकेटर’ की शुरुआत की है। इस फीचर की मदद से अब यूजर्स को यह पता लगाने में मदद मिलेगी कि उसे प्राप्त मैसेज वास्तविक है या किसी और के संदेश को आगे भेजा (फॉरवर्ड) गया है। अब जिस मैसेज को फॉरवर्ड किया जाएगा वह अब एक इंडिकेटर के साथ आएगा जिससे यूजर्स को आसानी से पता चल जाएगा कि यह मैसेज फॉरवर्ड किया हुआ है।
कंपनी ने ऐसा देश में झूठी खबरों, अफवाह फैलने और गलत जानकारी से उपयोक्ताओं को बचाने के लिए किया है। उल्लेखनीय है कि वॉट्सऐप देश में भड़काऊ संदेश और अफवाहें फैलने को लेकर विवादों में घिरी है। इसके लिए उसने देशभर के प्रमुख अखबारों में विज्ञापन भी दिए हैं।
कंपनी ने एक विज्ञप्ति में जानकारी दी कि वॉट्सऐप पर अब उपयोक्ता को यह पता चल जाएगा कि कौन-से संदेश उसे फॉरवर्ड किए गए हैं। इससे उपयोक्ताओं को एक-दूसरे के साथ और वॉट्सऐप समूहों में बातचीत करने में सरलता होगी। इस सुविधा से उपयोक्ता को यह भी पता चलेगा कि उसके मित्र या रिश्तेदार द्वारा भेजा गया संदेश उन्होंने ही लिखा है या कहीं और से आया है।
हालांकि इस सुविधा का लाभ लेने के लिए यूजर्स को अपना वॉट्सऐप अपडेट करना पड़ेगा यानी यूजर्स के पास वॉट्सएप का लेटेस्ट वर्जन होना चाहिए। वैसे यह सर्विस पिछले कुछ सप्ताह से वॉट्सऐप के बीटा वर्जन में मौजूद थी। वॉट्सऐप ने अपने यूजर्स से कहा है कि किसी भी मेसेज को बहुत ही सावधानी से आगे फॉरवर्ड करें। इससे बचने के लिए आप सिर्फ एक टैप से स्पैम रिपोर्ट कर सकते हैं या फिर उस कॉन्टैक्ट को ब्लॉक कर सकते हैं।
गौरतलब है कि सूचना और तकनीकी मंत्रालय ने हाल में ही वॉट्सऐप को यह निर्देश जारी किया था कि वह ऐप पर फेक न्यूज को फैलने से रोकने का प्रयास करे।
झूठ मैसेज और अफवाहों ने ली लोगों की जान : महाराष्ट्र के धुले जिले के राइनपाड़ा गांव में व्हाट्सएप के मैसेज पर बच्चा चोरी की अफवाह से गांव के आसपास घूम रहे पांच अनजान लोगों की बिना पूछताछ की पिटाई कर दी, जिससे 5 लोगों की मौत हो गई।
घटना के बाद आईटी मंत्रालय ने व्हाट्सएप को चेतावनी देते हुए मैसेज के जरिए फैलने वाली झूठी अफवाहों पर रोक लगाने के लिए तत्काल कार्रवाई करने के आदेश दिए।
वॉट्सएप ने बयान में जवाब में कहा कि 'भारत में मॉब लिंचिंग के बढ़ते मामले डराने वाले हैं और इसके लिए हम अपने प्लेटफॉर्म में सुधार करेंगे। 10 जुलाई को व्हाट्सएप ने देश के सभी बड़े अखबारों में 10 प्वॉइंट्स के जरिए फेक न्यूज से बचने के तरीके बताए।