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Last Modified: गुरुवार, 27 फ़रवरी 2025 (17:51 IST)

NASA और Nokia का चन्द्रमा पर ऐतिहासिक मिशन, स्थापित होगा मोबाइल नेटवर्क

चंद्रमा पर NASA ने गुरुवार सुबह 7 बजे (स्थानीय समय) फ्लोरिडा में फॉल्कन-9 रॉकेट से इस नोवा-C क्लास लूनर लैंडर (एथेना लैंडर) को लॉन्च किया। 6 मार्च को ये एथेना लैंडर चंद्रमा के साउथ पोल पर पहुंच जाएगा।

NASA और Nokia का चन्द्रमा पर ऐतिहासिक मिशन, स्थापित होगा मोबाइल नेटवर्क - NASA, Nokia To Set Up First Mobile Network On Moon
NASA, Nokia To Set Up First Mobile Network On Moon : NASA और Nokia मिलकर एक इतिहास रचने जा रहे हैं। चन्द्रमा पर पहली मोबाइल नेटवर्क सेवा शुरू करने जा रहे हैं। Athena लैंडर की लॉन्चिंग 26 फरवरी को होगी, जो चंद्रमा पर मोबाइल तकनीक को स्थापित करेगा। यह मिशन Intuitive Machines के IM-2 मिशन का हिस्सा है। पहली बार चन्द्रमा की सतह पर वही सेल्यूलर टेक्नोलॉजी काम करेगी जो हम धरती पर इस्तेमाल करते हैं।
वॉइस कॉल के साथ इंटरनेट : अमेरिकी स्पेस एजेंसी NASA ने टेलीकम्यूनिकेशन कंपनी NOKIA के साथ मिलकर एथेना लैंडर को लॉन्च किया है। इस मिशन का नाम है IM-2 यानी इंट्यूटिव मशीन-2. ये मिशन चंद्रमा पर मोबाइल नेटवर्क और इंटरनेट (Mobile Network and Internet on Moon) की सुविधा प्रदान करेगा। इसके साथ ही चंद्रमा पर NASA ने गुरुवार सुबह 7 बजे (स्थानीय समय) फ्लोरिडा में फॉल्कन-9 रॉकेट से इस नोवा-C क्लास लूनर लैंडर (एथेना लैंडर) को लॉन्च किया। 6 मार्च को ये एथेना लैंडर चंद्रमा के साउथ पोल पर पहुंच जाएगा।  NASA के इस मिशन के लिए NOKIA कंपनी की ‘नोकिया बेल लैब्स’ ने ही चंद्रमा के लिए पहला सेलुलर नेटवर्क LSCS बनाया है। (Cellular network on Moon) जो अंतरिक्ष यात्रियों के साथ बेरोक-टोक संचार के लिए है। इससे अंतरिक्ष यात्री सिर्फ वॉयस कॉल ही नहीं बल्कि इंटरनेट सर्विस का भी यूज कर सकेंगे।
क्या कहा नोकिया की वेबसाइट ने : NOKIA वेबसाइट की रिपोर्ट के मुताबिक चंद्रमा पर NASA जो NOKIA का नेटवर्क LSCS स्थापित करेगा वो 4G स्पीड (4G/LTE) की इंटरनेट सर्विस देगा। एथेना की चंद्रमा के साउथ पोल की लैंडिग होने के कुछ देर बाद NOKIA LSCS को सक्रिय कर देगा। ये इंट्यूटिव मशीन के डायरेक्ट टू अर्थ लिंक का यूज करते हुए LSCS के सॉफ्टवेयर को शुरू करेगा और फिर ‘नेटवर्क इन ए बॉक्स’ (NIB) को चालू करेगा। ये NIB चन्द्रमा पर वातावरण की स्थिति और ऑपरेशन के लिए जांच पूरी करेगा। इसके बाद ही धरती पर NOKIA के मिशन कंट्रोल सेंटर को टेलीमेट्री डेटा भेजना शुरू कर देगा। इनपुट एजेंसियां Edited by : Sudhir Sharma