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Written By WD Feature Desk
Last Updated : गुरुवार, 20 फ़रवरी 2025 (12:31 IST)

नासा अलर्ट: क्या 2032 में तबाह हो जाएगा मुंबई या कोलकाता?

Asteroid
2024 YR4 Asteroid: अमेरिकी स्पेस एजेंसी NASA ने एस्टेरॉयड का नाम है 2024 YR4 को लेकर अलर्ट जारी किया है। यह करीब 38000 किमी की रफ्तार से धरती की ओर आ रहा है। आशंका व्यक्त की जा रही है कि धरती से टकराने पर यह आसानी से यह एक बड़े शहर तो तबाह कर सकता है। यह एक निश्चित क्षेत्र पर अपना प्रभाव छोड़ेगा, जिसे वैज्ञानिकों ने एक ‘जोखिम गलियारा’ का नाम दिया है। इसमें धरती के उन स्थानों को चिह्नित किया गया है जहां एस्टेरॉयड गिर सकता है।
 
एस्टेरॉयड 2024 YR4 कहां गिर सकता है?
नासा के अनुसार ये एस्टेरॉयड धरती के पश्चिमी मध्य अमेरिका से लेकर उत्तरी दक्षिण अमेरिका तक फैले इलाके से टकरा सकता है। इसके अलावा प्रशांत महासागर, दक्षिणी एशिया, अरब सागर और अफ्रीका भी इसके क्षेत्र में शामिल हैं। ऐसे में भारत भी इस जोखिम गलियारे में आता है। दक्षिण एशिया में भारत के अलावा पाकिस्तान, बांग्लादेश, वेनेजुएला, कोलंबिया, इक्वाडोर, सूडान, नाइजीरिया और इथियोपिया शामिल हैं। 
 
भारत के संभावित शहर मुंबई और कोलकाता ही क्यों?
यदि हम संभावित शहरों की बात करें तो दक्षिण एशिया में मुंबई, कोलकाता, ढाका, बगोटा, लागोस और खार्तुम जैसे बड़े शहर शामिल है। वैसे भी मुंबई बारिश के कारण अलर्ट पर ही रहती है। यदि यह मुंबई या गोवा के समुद्र में भी गिरा तो इन शहरों के डूबने की संभावना कई गुना बढ़ जाएगी। वैसे भी ग्लोबल वॉर्मिंग के कारण 2050 तक मुंबई नगरी के डूब जाने का अंदेशा भी जताया है। 
 
इस एस्टेरॉयड यानी 2024 YR4 से जिन शहरों को सबसे ज्यादा खतरा है। उनमें भारत का मुंबई और कोलकाता और बांग्लादेश की राजधानी ढाका शामिल है। कोलंबिया की राजधानी बोगोटा भी इसकी चपेट में आ सकती है। पश्चिम अफ्रीका का बड़ा शहर अबिदजान, नाइजारिया का लागोस और सूडान की राजधानी खार्तूम भी इसमें शामिल है।
 
कितना बड़ा और असर वाला है यह एस्टेरॉयड 2024 YR4? 
नासा ने कहा कि क्षुद्रग्रह 2024 YR4 करीब 177 फीट (54 मीटर) चौड़ा है, जो पीसा की झुकी हुई मीनार जितना ऊंचा है। उन्होंने आगे कहा कि चंद्रमा से टकराने पर इस क्षुद्रग्रह से 340 हिरोशिमा बमों के बराबर ऊर्जा निकल सकती है। यह नजारा धरती से भी दिख सकता है। इस क्षुद्रग्रह की टक्कर से चंद्रमा की सतह पर दो किलोमीटर चौड़ा गड्ढा भी बन सकता है। यह पृथ्‍वी से टकराता है तो 800 मेघाटन ऊर्जा छोड़ेगा और यह कभी भी टकराएगा तो करीब 2 किलोमीटर चौड़ा गड्डा कर सकता है। यह पृथ्वी से टक्कर की सूरत में एक बड़े शहर को मलबे के ढेर में बदल सकता है। 
 
कब टकराएगा यह एस्टेरॉयड 2024 YR4? 
नासा के दी जानकारी के मुताबिक इस ग्रह के 22 दिसंबर 2032 में धरती या चंद्रमा से टकराने की संभावना जताई गई है। हालांकि जब इसे खोजा गया था तब इसकी धरती से टकराने की संभावना 1 प्रतिशत बताई गई थी लेकिन अब इसकी संभावना 2.3 प्रतिशत हो गई है। गौरतलब है कि इस क्षुद्रग्रह को पहली बार दिसंबर 2024 के अंत में चिली देश में नासा की क्षुद्रग्रहों का पता लगाने वाली प्रणाली के एक स्टेशन के वैज्ञानिकों ने देखा था। उस समय इसके पृथ्वी से टकराने की संभावना 1.3 प्रतिशत थी, जो एक सप्ताह के भीतर लगभग दोगुनी होकर 2.3 प्रतिशत हो गई थी।
 
धरती से टकराने की संभावना कितनी है?
दरअसल एस्टेरॉयड के धरती से टकराने की संभावनाओं को 11-प्वाइंट टोरीनो स्केल रेटिंग से मापा जाता है। टोरिनो स्केल रेटिंग 8-10 की रेंज में टक्कर का संकेत देती है। वहीं अब अगर इसकी रेटिंग 5-7 है तो ये खतरनाक लेकिन अनिश्चित टक्कर की तरफ इशारा करती है। 2-4 की रेटिंग संभावित टक्कर के बारे में बताती है। जिस पर निगरानी की जरूरत होती है। वहीं 1 की रेटिंग इस पर शोध की तरफ इशारा करती है। जिसके धरती के पास से गुजरने की संभावना जताई जाती है। वहीं अगर रेटिंग 0 है तो इसकी टक्कर से कोई संभावना नहीं होती है। हालांकि इस एस्टेरॉयड की रेटिंग नासा ने 3 दी है जो ये बताती है कि इस क्षुद्रग्रह की कड़ी निगरानी की जरूरत है। एरिजोना यूनिवर्सिटी के कैटालिना स्काई सर्वे के ऑपरेशन इंजीनियर डेविड रैंकिन ने नए गणितीय हिसाब से बताया कि इस क्षुद्रग्रह के चंद्रमा से टकराने की संभाना 0.3 प्रतिशत है।