ट्वेंटी- 20 क्रिकेट टोटल इंटरटेनमेंट
पहला ट्वेंटी-20 विश्व कप दक्षिण अफ्रीका में पिछले साल 11 से 24 सितंबर तक खेला गया और इस दौरान दुनियाभर के क्रिकेटप्रेमियों मिली रोमांचक क्रिकेट की ऐसी दावत ने ऐसा दीवाना बना दिया कि आज हर कोई उसे पसंद करने लगा है। भारत ने विश्व विजेता बनकर इसके रोमांच को दोगुना करने में कोई कसर बाकी नहीं रखी। ट्वेंटी-20 की दीवानगी ने देश के फिल्मी और उद्योग जगत के लोगों में खलबली मचा दी और भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड की इंडियन प्रीमियर लीग ने क्रिकेट सितारों पर नोटों की बरसात करने में कोई कसर नहीं छोड़ी। पिछले कुछ वर्षों में जब शुद्ध रूप से मनोरंजन के लिए क्रिकेट देखने वाले प्रशंसक वन-डे क्रिकेट के एकतरफा मैचों से ऊबने लगे थे, तब ऐसी ही स्थितियों में ट्वेंटी-20 क्रिकेट की शुरुआत की गई। तीन घंटे के खेल के दौरान पूरा मनोरंजन यानी दर्शकों के लिहाज से'पैसा वसूल'। शुरुआत में टेस्ट क्रिकेट खेला जाता था। रोमांच बढ़ाने के लिए 60 ओवरों का मैच शुरू हुआ और आगे जाकर यह 50 ओवरों का हो गया। लेकिन अब समय की बचत तथा ज्यादा मनोरंजन को ध्यान में रखकर वजूद में आया 'ट्वेंटी-20 क्रिकेट'वेस्टइंडीज में पिछले वर्ष की शुरुआत में हुआ वन-डे विश्व कप बेहद नीरस रहा तथा 51 मैचों में से 4-5 मैच ही रोमांचक रहे। क्रिकेट के जानकार 50-50 ओवरों के मैच में टीमों को देखते हुए परिणाम का पूर्वानुमान लगा लेते हैं जो तकरीबन 90-95 प्रतिशत सही साबित होते हैं, इस वजह से युवा वर्ग वन-डे क्रिकेट से दूर होता जा रहा था। इसके विपरीत ट्वेंटी-20 क्रिकेट में परिणाम का अंदाजा लगाया जाना मुश्किल होगा, क्योंकि इस कम अवधि के क्रिकेट में एक गलती मैच को ले डूबेगी। यहाँ कोई भी सामान्य क्रिकेटर किसी भी दिन ख्यात टीम को पटरी से उतार सकेगा, क्योंकि उसे तो सिर्फ क्रीज पर उतरते ही जोरदार तरीके से बल्ला घुमाना होगा।