ईशान के बाद सूर्यकुमार ने भी खेली विस्फोटक पारी, मुंबई ने हैदराबाद के खिलाफ बनाया 235 रनों का स्कोर
अबू धाबी: विकेटकीपर बल्लेबाज ईशान किशन और मध्यक्रम के बल्लेबाज सूर्यकुमार यादव की तूफानी अर्धशतकीय पारियों की बदौलत मुंबई इंडियंस ने यहां शुक्रवार को आईपीएल मुकाबले में सनराइजर्स हैदराबाद को 236 रन का विशाल लक्ष्य दिया।
मुंबई इंडियंस ने योजना के तहत टॉस जीत कर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला लिया और निर्धारित 20 ओवरों में नौ विकेट पर 235 रन का विशाल स्कोर बनाया। दोनों सलामी बल्लेबाजों कप्तान रोहित शर्मा और ईशान किशन ने पहले ही ओवर में बड़ा स्कोर बनाने का मकसद स्पष्ट कर दिया। पहले ओवर में आठ रन आए, लेकिन दूसरे ओवर में ईशान ने चार चौके जड़े और पलक झपकते स्कोरबोर्ड को 26 रन पर पहुंचा दिया। इसके बाद तीसरे, चौथे और पांचवें ओवर में कम से कम तीन चौके आए।
पांच या छह ओवरों को छोड़कर मुंबई ने अन्य सभी ओवरों में 10 से ऊपर रन बनाए। पारी का सबसे महंगा ओवर चौथा ओवर रहा, जिसमें ईशान और रोहित ने 22 रन बटौरे। रोहित हालांकि छठे ओवर की तीसरी गेंद पर राशिद खान की फिरकी में फंस गए और अपना विकेट गंवा दिया।
80 के स्कोर पर मुंबई का पहला विकेट गिरा। रोहित तीन चौकों की मदद से 13 गेंदों पर 18 रन बना कर आउट हुए, लेकिन ईशान एक छोर पर ताबड़तोड़ बल्लेबाजी करते रहे। ईशान ने 11 चौकों और चार छक्कों की मदद से 32 गेंदों पर 84 रन बनाए।
ईशान के आउट होने के बाद विस्फोटक तरीके से पारी को आगे बढ़ाने की जिम्मेदारी सूर्यकुमार यादव ने उठाई। इस सीजन अब तक शांत दिखे सूर्यकुमार यादव का बल्ला न केवल बोला, बल्कि उन्होंने हैदराबाद के सभी गेंदबाजों की बखियां उधेड़ दी। ईशान का अधूरा काम उन्होंने पूरा किया।
सूर्यकुमार ने हर गेंदबाज को निशाना बनाया और केवल चौके, छक्कों में ही बात की। सूर्यकुमार ने 13 चौकों और तीन छक्कों के सहारे 40 गेंदों पर ताबड़तोड़ 82 रन बनाए और टीम को योजना के हिसाब से 235 के विशाल स्कोर पर पहुंचाया।
मुंबई को प्लेऑफ में क्वालीफाई करने के लिए हैदराबाद को 170 रन के बड़े अंतर से हराना अनिवार्य है जो इतना आसान नहीं है, हालांकि इस खेल में कुछ भी नामुमकिन नहीं है। मुंबई की गेंदबाजी के हिसाब से वह ऐसा कर सकता है।
मुंबई की टीम के लिए इन दो युवा बल्लेबाजों का बल्ला दुरुस्त तो बोला लेकिन देर से बोला। अगर पहले के मैचों में इनसे यह प्रदर्शन दिख जाता तो मुंबई को इस स्थिती में नहीं खड़ा होना होता। हालांकि विश्वकप के लिहाज से यह टीम इंडिया के लिए खुशखबरी है।