सनराइजर्स हैदराबाद के खिलाफ दिल्ली कैपिटल्स को गलतियों से बचना होगा
नई दिल्ली। दिल्ली कैपिटल्स अपने घरेलू फिरोजशाह कोटला मैदान में गुरुवार को जब मजबूत सनराइजर्स हैदराबाद के खिलाफ उतरेंगे तो उन्हें पिछले मुकाबले की गलतियों से बचना होगा।
हैदराबाद की टीम अब तक तीन में से दो मैच जीत चुकी है जबकि दिल्ली ने चार में से दो मैच गंवा दिए हैं। दिल्ली की किंग्स इलेवन पंजाब के खिलाफ मोहाली में अपने पिछले मैच में हार काफी चुभने वाली रही थी। दिल्ली ने जीत की स्थिति में रहने के बावजूद 17 गेंदों के अंतराल में मात्र आठ रन जोड़कर अपने आखिरी सात विकेट गंवाए थे और उसे 14 रन से हार का सामना करना पड़ा था।
यह मैच दिल्ली ने खुद अपनी गलतियों से गंवाया था और अब हैदराबाद की मजबूत बल्लेबाजी के खिलाफ उसे गलतियों से बचना होगा। दिल्ली ने कोटला में अपने पिछले मैच में कोलकाता नाईट राइडर्स के खिलाफ सुपर ओवर में जीत हासिल की थी। उस मैच में दिल्ली आखिरी ओवर में जीत के लिए छह रन नहीं बना सकी थी और स्कोर टाई हो गया था। यह तो भला हो दक्षिण अफ्रीका के तेज गेंदबाज कैगिसो रबादा का, जिन्होंने कमाल का सुपर ओवर डालकर कोलकाता को जीत से वंचित कर दिया था।
मोहाली में हारने के बाद दिल्ली के कप्तान श्रेयस अय्यर काफी हताश और निराश थे और उन्हें समझ नहीं आ रहा था कि टीम तीन विकेट पर 144 रन की स्थिति से 152 रन पर ढेर कैसे हो गई। अय्यर ने हैदराबाद के खिलाफ मैच के लिए कहा, यह अच्छा है कि ऐसा प्रदर्शन सत्र की शरुआत में हो गया। हमें इससे सबक लेकर आगे बढ़ना होगा और टीम अपने मैदान में हैदराबाद के खिलाफ गलतियों को दोहराने से बचेगी।
यह मुकाबला दिल्ली के ओपनर शिखर धवन के लिए खास रहेगा क्योंकि वह इस सत्र में अपनी पुरानी टीम हैदराबाद को छोड़कर वापिस दिल्ली के लिए खेल रहे हैं। शिखर ने इस आईपीएल में अब तक वह फॉर्म नहीं दिखाई है जिसके लिए वह जाने जाते हैं।
टीम के युवा विकेटकीपर बल्लेबाज ऋषभ पंत को अपनी भूमिका को समझना होगा और महेंद्र सिंह धोनी की तरह आखिरी ओवर तक विकेट पर टिके रहने की कोशिश करनी होगी तभी वह टीम को मैच जिता पाएंगे। पंत ने अब तक दो मैचों में ऐसे मोड़ पर अपने विकेट गंवाए हैं जबकि उन मैचों में वह खुद ही टीम को जीत की मंजिल पर ले जा सकते थे।
हैदराबाद टूर्नामेंट में शानदार प्रदर्शन कर रही है और पिछले मुकाबले में उसके खतरनाक ओपनरों जानी बेयरस्टो ने 114 और डेविड वॉर्नर ने नाबाद 100 रन ठोके थे जिसकी बदौलत हैदराबाद ने 231 रन का विशाल स्कोर बना लिया था। दिल्ली को यदि इस मुकाबले में चुनौती पेश करनी है तो उसके गेंदबाजों को खासतौर पर वॉर्नर को रोकने की रणनीति बना लेनी होगी जो अब तक तीन मैचों में 85, 69 और नाबाद 100 सहित 254 रन बना चुके है।
हैदराबाद के पास अफगानिस्तान के ऑफ स्पिनर मोहम्मद नबी और लेग स्पिनर राशीद खान के रूप में दो ऐसे स्पिनर हैं जो विपक्षी टीम को परेशान कर सकते हैं। नबी ने पिछले मुकाबले में बेंगलुरु के खिलाफ मात्र 11 रन पर चार विकेट झटके थे।
दिल्ली और हैदराबाद के बीच मुकाबला रोमांचक रहेगा और दिल्ली को पिछले मैच की गलतियों से सबक और उससे पहले के मुकाबले के सुपर ओवर से प्रेरणा लेनी होगी।