प्लेऑफ में पहुंचने के लिए पंजाब को सीएसके पर बड़ी जीत की दरकार
पुणे। किंग्स इलेवन पंजाब के सामने आईपीएल के अंतिम राउंड रोबिन मैच में सिर्फ चेन्नई सुपरकिंग्स को हराने की ही चुनौती नहीं होगी, बल्कि प्लेऑफ में जगह बनाने की उम्मीद रखने के लिए उसे नेट रन रेट को बढ़ाने पर भी ध्यान लगाना होगा।
पंजाब ने सत्र की शुरुआत लगातार जीत से की थी लेकिन अब वह 12 अंक लेकर सातवें स्थान पर बनी हुई और उसके पास प्लेऑफ में पहुंचने का मौका है। मुंबई इंडियंस, राजस्थान रायल्स और रायल चैलेंजर्स बेंगलूर के भी 12-12 अंक हैं और उन्हें एक मैच खेलना बाकी है, लेकिन पंजाब को इस बात का फायदा मिलेगा कि प्लेऑफ स्थान हासिल करने के लिए उसे अपनी जरूरत का पता चल जाएगा, क्योंकि यह अंतिम लीग मुकाबला होगा।
पंजाब बतौर टीम चलने में असफल रही है, जबकि उसके लिए व्यक्तिगत प्रदर्शन ज्यादा हावी रहा है। केएल राहुल (652 रन) काफी रन जुटा रहे हैं, लेकिन किसी अन्य बल्लेबाज ने लगातार काबिलियत के हिसाब से प्रदर्शन नहीं किया है। अंतिम मुकाबले में वे गत चैम्पियन मुंबई इंडियंस से करीबी मैच में अंतिम ओवर में तीन रन से हार गई।
टूर्नामेंट के शुरू में क्रिस गेल ने कुछ शानदार पारियां खेलीं, लेकिन वह इसके बाद निरंतर प्रदर्शन नहीं कर पाए। आरोन फिंच, करुण नायर, मार्कस स्टोइनिस, मयंक अग्रवाल और युवराज सिंह जरूरत के समय रन नहीं बना सके। गेंदबाजी में केवल एंड्रयू टाई (24 विकेट) ने अच्छा प्रदर्शन किया। अफगानिस्तान के लेग स्पिनर मुजीबुर रहमान भी अच्छे रहे, लेकिन उनके चोटिल होने से टीम को नुकसान होगा।
आर अश्विन की टीम अपने अंतिम लीग मैच में गेंदबाजों और बल्लेबाजों से बेहतर प्रदर्शन की उम्मीद करेगी। वहीं दूसरी ओर चेन्नई सुपरकिंग्स पहले ही प्लेऑफ के लिए क्वालीफाई कर चुकी है और वह शीर्ष दो में रहने की कोशिश करेगी। हालांकि उसे बीती रात दिल्ली डेयरडेविल्स से 34 रन से हार मिली, जिससे उसकी कमजोरियां उजागर हुईं, लेकिन एक जीत उसे शीर्ष दो में पहुंचा देगी और वह 22 मई को मुंबई में होने वाले पहले क्वालीफायर में स्थान सुनिश्चित कर लेगी।
चेन्नई के लिए अम्बाती रायुडू (585 रन) पूरे सत्र में शानदार रहे हैं, जिन्हें जिस भी स्थान- पारी का आगाज करने और चौथे नंबर पर बल्लेबाजी के लिए भेजा गया, वहां अच्छा प्रदर्शन किया। वह और शेन वाटसन (438 रन) टीम को मजबूत शुरुआत देना चाहेंगे। कप्तान महेंद्र सिंह धोनी (430 रन) ने कुछ अच्छी पारियां खेली हैं जिससे उन्होंने अपने आलोचकों को भी चुप कर दिया है। उनकी भूमिका कल के मैच में भी अहम होगी। सुरेश रैना हालांकि बीती रात बल्ले से विफल रहे।
वेस्टइंडीज के ड्वेन ब्रावो और रवींद्र जडेजा को भी महत्वपूर्ण पारियां खेलने की जरूरत है। दीपक चाहर के चोट से वापसी करने के बाद चेन्नई का गेंदबाजी आक्रमण मजबूत हुआ है, जो शार्दुल ठाकुर तथा हरभजन सिंह और जडेजा की स्पिन जोड़ी पर भी निर्भर होगा। (भाषा)