कोलकाता। नीतीश राणा के अर्धशतक और आंद्रे रसेल की तूफानी पारी के दम पर बड़ा स्कोर खड़ा करने वाले कोलकाता नाइटराइडर्स ने सोमवार को यहां दिल्ली डेयरडेविल्स को 71 रन से करारी शिकस्त देकर आईपीएल-11 में फिर से जीत की राह पकड़ी।
राणा ने आठवें ओवर में क्रीज पर कदम रखने के बाद एक छोर संभाले रखा तथा 35 गेंदों पर 59 रन की पारी खेली। रसेल ने केवल 12 गेंदों पर 41 रन बनाए, जिनमें छह छक्के शामिल हैं। इनमें से 40 रन उन्होंने मोहम्मद शमी की नौ गेंदों पर बनाए जो पत्नी के आरोपों के बाद पहली बार ईडन गार्डंस में खेल रहे थे। राणा और रसेल ने पांचवें विकेट के लिए 61 रन जोड़े।
उनसे पहले रोबिन उथप्पा (19 गेंदों पर 35) और क्रिस लिन (29 गेंदों पर 31) ने दूसरे विकेट के लिए 55 रन की साझेदारी की थी। इससे पहले बल्लेबाजी का न्यौता पाने वाला केकेआर नौ विकेट पर 200 रन बनाने में सफल रहा। इसके जवाब में दिल्ली डेयरडेविल्स की टीम 14.2 ओवर में 129 रन पर सिमट गई। उसकी तरफ से ग्लेन मैक्सवेल (22 गेंदों पर 47) और ऋषभ पंत (26 गेंदों पर 43 रन) ही दोहरे अंक में पहुंच पाए।
केकेआर की लगातार दो मैचों में हार के बाद यह कुल दूसरी जीत है, जबकि डेयरडेविल्स ने चौथे मैच में तीसरी हार का स्वाद चखा। ऑफ स्पिनर सुनील नारायण आज बल्लेबाजी में नहीं चले, लेकिन उन्होंने गेंदबाजी में कमाल दिखाया और 18 रन देकर तीन विकेट लिए। उनके अलावा चाइनामैन गेंदबाज कुलदीप यादव ने 32 रन देकर तीन विकेट लिए।
बड़े लक्ष्य के सामने दिल्ली ने पहले तीन ओवर में ही पिछले मैच में उसकी जीत के नायक जैसन राय (एक), श्रेयस अय्यर (चार) और कप्तान गौतम गंभीर (आठ) के विकेट गंवा दिए। गंभीर पिछले सात वर्षों तक केकेआर के कप्तान रहे थे। इसके बाद पंत और मैक्सवेल ने चौथे विकेट के लिए 62 रन जोड़े। पंत के कुछ आकर्षक शाट के दम पर दिल्ली पावरप्ले में 56 रन तक पहुंचने में सफल रहा।
पंत हालांकि अपनी पारी को लंबा नहीं खींच पाए और कुलदीप ने आते ही उनकी पारी का अंत कर दिया। उन्होंने सात चौके और एक छक्का लगाया। मैक्सवेल ने भी अपने चिर-परिचित अंदाज में बल्लेबाजी की और तीन चौकों के अलावा चार गगनचुंबी छक्के लगाए। इनमें से कुलदीप पर लगाए गए दो लगातार छक्के भी शामिल हैं लेकिन इसी चाइनामैन गेंदबाज की अगली गेंद पर वह डीप मिडविकेट पर कैच दे बैठे।
अस्वस्थता के बाद वापसी करने वाले क्रिस मौरिस (दो) को नारायण ने क्रीज पर टिकने ही नहीं दिया जिससे दिल्ली की रही सही उम्मीद भी समाप्त हो गई। दिल्ली ने अपने आखिरी सात विकेट 43 रन के अंदर गंवाए। इससे पहले राणा और रसेल के लिए उथप्पा और लिन ने अच्छा मंच तैयार किया। राणा ने अपने ताकतवर शाट के अलावा कलात्मक स्ट्रोक का भी अच्छा नजारा पेश किया और 19वें ओवर में बड़ा शाट खेलने के प्रयास में कैच थमाने से पहले अपनी पारी में पांच चौके और चार छक्के लगाए।
दूसरी तरफ रसेल को देखकर लग रहा था कि चेन्नई सुपरकिंग्स के खिलाफ खेली गई पारी को ही आगे बढ़ा रहे हैं। उनके निशाने पर शमी थे जिन पर उन्होंने छह गगनचुंबी छक्के लगाए। शमी ने बाकी बल्लेबाजों को बांधे रखा था लेकिन रसेल ने उनका गेंदबाजी विश्लेषण चार ओवर में 53 रन एक विकेट कर दिया। ट्रेंट बोल्ट ने रसेल को बोल्ड करके दिल्ली को राहत दिलाई। डेयरडेविल्स ने आखिरी दो ओवरों में अच्छी वापसी की।
लेग स्पिनर राहुल तेवतिया (18 रन देकर तीन) ने अंतिम ओवर में केवल एक रन दिया और तीन विकेट लिए। उनके अलावा बोल्ट और मौरिस ने दो-दो विकेट हासिल किए। उथप्पा ने भी धमाकेदार शुरुआत की थी। शाहबाज नदीम और तेवतिया पर लगाए गए छक्कों से लग रहा था कि वे अपने पूरे मूड में हैं। ऐसे में नदीम की गेंद पर उन्होंने गेंदबाज को वापस आसान कैच थमाया। उथप्पा की पारी में दो चौके और तीन छक्के शामिल हैं। लिन की पारी का अंत शमी ने किया, जिनका राय ने खूबसूरत कैच लिया।
लिन ने चार चौके और एक छक्का लगाया। कप्तान दिनेश कार्तिक (दस गेंदों पर 19 रन) के लिए यह मैच किसी परीक्षा से कम नहीं था। उन्होंने विजय शंकर पर छक्के से खाता खोला और फिर आईपीएल में 3000 रन पूरे करने वाले 12वें बल्लेबाज बने। क्रिस मौरिस पर मिडविकेट पर दो चौके जड़ने के बाद अगली गेंद पर उन्होंने इसी क्षेत्र में आसान कैच दे दिया। (भाषा)