Last Modified: नई दिल्ली ,
सोमवार, 25 अप्रैल 2011 (14:53 IST)
गेल का तूफान रोकना होगा सबसे बड़ी चुनौती
किंग्स इलेवन पंजाब पर मिली धमाकेदार जीत से उत्साहित दिल्ली डेयरडेविल्स की टीम आईपीएल-चार में रायल चैलेंजर्स बेंगलुरू के खिलाफ मंगलवार को जब यहाँ फिरोजशाह कोटला मैदान में उतरेगी तो उसके सामने सबसे बड़ी चुनौती क्रिस गेल के तूफान को रोकना होगा।
डेयरडेविल्स ने पिछले मैच में जहाँ किंग्स इलेवन को अपनी ही जमीन पर 29 रन से शिकस्त दी वहीं चैलेंजर्स ने कोलकाता नाइटराइडर्स को उसी की जमीन पर नौ विकेट से रौंदा। आईपीएल-चार में अपना पहला मैच खेल रहे गेल ने महज 55 गेंदों में दस चौके और सात छक्के ठोककर नाइटराइडर्स की हवा निकाल दी थी।
गेल ऐसे बल्लेबाज हैं जो अकेले दम पर टीम को जीत दिला सकते हैं। इसलिए डेयरडेविल्स के कप्तान वीरेन्द्र सहवाग के समक्ष सबसे बड़ी चुनौती जल्दी से जल्दी गेल का खेल खत्म करना होगा। वरना फिरोजशाह कोटला की बल्लेबाजों की मददगार पिच पर वह टिक गए तो स्कोरबोर्ड पर 200 से अधिक रन तय मानिए।
डेयरडेविल्स के पाँच मैचों से चार अंक हैं जबकि चैलेंजर्स के छह मैचों से पाँच अंक हैं। डेयरडेविल्स के लिए सबसे अच्छी बात यह है कि उसके कप्तान सहवाग फॉर्म में आ चुके हैं और दूसरे ओपनर डेविड वार्नर भी उनका अच्छा साथ दे रहे हैं। इन दोनों के धमाल से डेयरडेविल्स ने पिछले मैच में 231 रन बनाए थे।
चैलेंजर्स के खिलाफ जीत दर्ज करने के लिए डेयरडेविल्स को अपनी इस ओपनिंग जोड़ी से ठोस शुरुआत की उम्मीद रहेगी। मध्यक्रम में वेणुगोपाल राव, योगेश नायर, एरोन फिंच और नमन ओझा पर टीम को चुनौतीपूर्ण स्कोर तक ले जाने की जिम्मदारी होगी। राव अच्छी फॉर्म में हैं और उन्होंने अब तक हर मैच में अच्छा योगदान दिया है लेकिन फिंच अपनी प्रतिभा के साथ न्याय नहीं कर पाए हैं।
दिल्ली की सबसे बड़ी कमजोरी उसकी गेंदबाजी है। मोर्न मोर्कल डेयरडेविल्स के एकमात्र ऐसे गेंदबाज हैं जो सही लाइन और लेंथ के साथ गेंदबाजी कर रहे हैं। लेकिन वह टीम को सफलता दिलाने में नाकाम रहे हैं क्योंकि दूसरे छोर से उन्हें कोई मदद नहीं मिल रही है।
अजित आगरकर ने पिछले मैच में दो विकेट चटकाए थे लेकिन इसके लिए उन्होंने 47 रन लुटाए थे। इरफान पठान को पिछले मैच में कुछ स्विंग मिला था लेकिन वह विकेट लेने में नाकाम रहे थे। शाहबाज नदीम ने डेक्कन चार्जर्स और पुणे वारियर्स के खिलाफ अच्छी गेंदबाजी की थी लेकिन वह पिछले मैच में नहीं खेल पाए थे। चैलेंजर्स के खिलाफ उन्हें मौका मिल सकता है।
उधर गेल से आने से चैलेंजर्स की काया पलट हो गई है। गेल, तिलकरत्ने दिलशान, ए बी डीविलियर्स, विराट कोहली और सौरभ तिवारी जैसे विध्वंसक बल्लेबाजों की मौजूदगी किसी भी गेंदबाजी क्रम में सिहरन पैदा कर सकती है। दिलशान ने पिछले मैच में 38 रन बनाए थे। हालाँकि उनके प्रदर्शन में निरंतरता नहीं है।
डीविलियर्स जबर्दस्त फॉर्म में हैं। उन्होंने चुन्नई सुपरकिंग्स के खिलाफ 64 और कोच्चि टस्कर्स केरल के खिलाफ 54 रन की पारियाँ खेली थी। विराट भी अच्छी फॉर्म में हैं और दिल्ली में अपने घरेलू मैदान पर बड़ी पारी खेल सकते हैं। लेकिन पिछले सत्र में जबर्दस्त प्रदर्शन करने वाले सौरभ तिवारी इस बार अब तक कुछ खास नहीं कर पाए हैं।
डेयरडेविल्स की तरह चैलेंजर्स की गेंदबाजी भी कमजोर है। जहीर खान की अगुवाई में चैलेंजर्स के गेंदबाज अभी तक कोई विपक्षी बल्लेबाजों के समक्ष को चैलेंज पेश नहीं कर पाए हैं। जहीर ने पिछले दो मैचों में 50 से अधिक रन लुटाए। कप्तान डेनियल विटोरी ने हालाँकि किफायती प्रदर्शन किया है जबकि सैय्यद मोहम्मद और श्रीनाथ अरविंद ने भी पिछले मैच में अच्छा प्रदर्शन किया था।
पिछले तीन सत्रों में डेयरडेविल्स के लिए खेल चुके विटोरी, दिलशान और डीविलियर्स इस बार चैलेंजर्स के साथ हैं। ये खिलाड़ी फिरोजशाह कोटला से भलीभाँति परिचित हैं। कुल मिलाकर राजधानी के दर्शकों के लिए एक 'हाई वोल्टेज' मुकाबले की पृष्ठभूमि तैयार हो चुकी है। (वार्ता)