श्रीलंकाई क्रिकेट टीम पर हमले में शामिल आतंकी ढेर
लाहौर। वर्ष 2009 में श्रीलंका की क्रिकेट टीम पर हुए हमले में लिप्त एलईजे के 4 आतंकी रविवार तड़के यहां पुलिस के साथ मुठभेड़ में मारे गए।
पंजाब पुलिस के अपराध जांच विभाग (सीआईडी) के अनुसार लाहौर के मनवान इलाके में सीआईडी दल पर 7 आतंकियों ने हमला किया था। सीआईडी का विभागीय कार्यालय मनावां में ही है।
विभाग के एक प्रवक्ता ने बताया कि आतंकियों के हमले के बाद पुलिस दल ने जवाबी कार्रवाई की जिसमें 4 आतंकी मारे गए और 3 आतंकी अंधेरे का फायदा उठा कर भाग निकले। उन्होंने बताया कि फरार आतंकियों का पता लगाने के लिए पुलिस तलाशी अभियान चला रही है।
मारे गए आतंकियों की पहचान जुबैर उर्फ नाइक मोहम्मद, अब्दुल वहाब, अदनान अरशद और अतीकुर रहमान के तौर पर हुई है। प्रवक्ता ने बताया कि ये लोग वर्ष 2009 में श्रीलंका की क्रिकेट टीम पर हुए हमले में और वर्ष 2008 में लाहौर के मून मार्केट पर हुए हमले में शामिल थे। मृत आतंकियों के पास से हथियार और विस्फोटक बरामद किए गए हैं।
जून में लाहौर स्थित आतंकवाद निरोधक अदालत (एटीसी) ने श्रीलंका की क्रिकेट टीम पर हमले के मामले में प्रतिबंधित एलईजे के सदस्यों- ओबैदुल्ला, जावेद अनवर, इब्राहीम खलील, मोहम्मद वहाब और अरशद पर अभियोग लगाया था। ओबैदुल्ला, जावेद अनवर और इब्राहीम खलील जमानत पर हैं जबकि शेष कोट लखपत जेल में बंद हैं। उनका कहना है कि वे बेकसूर हैं।
एटीसी 2 अन्य संदिग्धों मोहसिन रशीद और अब्दुल रहमान को भगोड़ा अपराधी घोषित कर चुका है। हमले का मास्टरमाइंड और एलईजे का प्रमुख मलिक इसहाक पिछले साल सीआईडी के साथ एक मुठभेड़ में मारा गया था।
लाहौर में कज्जाफी स्टेडियम के पास लिबर्टी चौक पर मार्च 2009 में श्रीलंका की क्रिकेट टीम को लेकर जा रही एक बस पर तालिबान और एलईजे के आतंकियों ने आधुनिक हथियारों और ग्रेनेडों से हमला किया था।
इस हमले में श्रीलंका क्रिकेट टीम के कप्तान महेला जयवर्धने, कुमार संगकारा, अजंथा मेंडिस, तिलन समरवीरा, थरंगा पारनविताना और चामिंडा वास घायल हो गए थे। इस टीम के साथ जा रहे 6 पाकिस्तानी पुलिसकर्मी हमले में मारे गए थे। (भाषा)