अलेप्पो शहर पर पूरी तरह से सेना का कब्जा, अब तक 4 लाख की मौत
सीरिया में पिछले पांच साल से चल रहे गृह युद्ध में एक अहम मोड़ आया है। सरकारी मीडिया एजेंसी ने कहा है कि इसके सबसे महत्वपूर्ण शहर अलेप्पो पर सीरिया का फिर से कब्जा हो गया है।
सरकारी मीडिया एजेंसी ने कहा कि सीरिया की सेना और इसके सहयोगियों ने मिलकर पूर्वी अलेप्पो पर से पिछले चार साल से चल रहे विद्रोहियों के शासन का अंत कर दिया है। अब अलेप्पो शहर पूरी तरह से सीरिया के कंट्रोल में है। नवंबर से चल रही थी अलेप्पो में लड़ाई सीरिया के राष्ट्रपति बशर अल असद की सेना और इसको समर्थन देने वाली मिलिशिया, नवंबर के आखिरी दिनों में अलेप्पो के पूर्वी इलाकों में घुसी थी और इसके बाद से जमीन और आसमान, दोनों से विद्रोहियों के खिलाफ जंग जारी थी।
यह घोषणा ऐतिहासिक निकासी समझौते के बाद कल की गई और इसके साथ ही सरकारी बलों एवं सहयोगी मिलिशिया द्वारा पूर्वी अलेप्पो में छेड़ा गया महीने भर चला भीषण आक्रमण समाप्त हो गया। सेना ने कहा है कि उसने सीरिया के तबाह हुए दूसरे शहर अलेप्पो को पूरी तरह फिर से नियंत्रण में ले लिया है जो वर्ष 2011 में शुरू हुए गृहयुद्ध के बाद से विपक्षी बलों के खिलाफ उसकी सबसे बड़ी जीत है।
सेना ने एक बयान में कहा कि जनरल कमांड 'अलेप्पो के आतंकवाद एवं आतंकवादियों से आजाद होने एवं वहां रहने वालों की रवानगी के बाद उस पर सुरक्षा बलों के फिर से कब्जे की घोषणा करते हैं।' विद्रोही बलों के एक अधिकारी ने इसे सीरिया के राष्ट्रपति बशर अल असद के खिलाफ विद्रोह के लिए 'बड़ा नुकसान' बताया।
नूरेद्दीन अल जिंकी विद्रोही समूह के यासिर अल यूसुफ ने एएफपी से कहा, 'राजनीतिक स्तर पर यह एक बड़ा नुकसान है।' उन्होंने कहा, 'क्रांति के लिए यह पीछे हटने का समय है और एक मुश्किल मोड़ है।' अहरार अल शाम विद्रोही समूह के अहमद कोर्रा अली ने असद के निकटतम सहयोगियों का जिक्र करते हुए कहा, 'अलेप्पो अब रूस एवं ईरान के कब्जे में है।'
सीरिया के सबसे शक्तिशाली सहयोगी रूस ने अलेप्पो में हवाई हमले किये जिसके चलते अलेप्पो में हुई लड़ाई में किसी को नहीं बख्शा गया। आम नागरिकों और हॉस्पिटल भी बमबारी की जद में आए और अलेप्पो ने विनाश का भयानक मंजर देखा। हालांकि अब अलेप्पो शहर पर राष्ट्रपति बशर अल असद का फिर से नियंत्रण हो गया है।
सीरिया में 2011 में गृहयुद्ध शुरू हुआ था, जिसके बाद से अब तक कम से कम 4 लाख लोग मारे गए हैं और 48 लाख से ज्यादा लोग देश छोड़कर चले गए। अलेप्पो के पश्चिमी हिस्से पर सरकार का पहले से नियंत्रण है। अब पूर्वी हिस्से पर भी नियंत्रण होने से विद्रोहियों के शासन के अंत की घोषणा कर दी गई है। (भाषा)