कोरोना संकट के बीच ट्रंप ने दी बड़ी राहत, संसद के फैसले को किनारे रख बेरोजगारों के पक्ष में लिया फैसला
बेडमिंस्टर (अमेरिका)। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (Donald trump) ने अपने अधिकारों का इस्तेमाल करते हुए शनिवार को देश के निर्वाचित नीति-निर्माताओं के फैसले को दरकिनार करते हुए बेरोजगारी भत्ता को बढ़ाने सहित कई अन्य फैसले किए।
कोरोनावायरस महामारी को लेकर एक नए राहत पैकेज को अमेरिकी संसद की मंजूरी नहीं मिल पाने के बाद ट्रंप ने यह आदेश जारी किया। ट्रंप ने न्यूजर्सी के बेडमिंस्टर स्थित अपने निजी फार्म हाउस में चार कार्यकारी आदेश पर हस्ताक्षर किए।
ट्रंप ने महामारी के दौरान लाखों अमेरिकियों के लिए बेरोजगारी लाख को जारी रखकर आगामी नवंबर में होने वाले राष्ट्रपति चुनावों में बढ़त लेने की कोशिश की है।
इससे पहले कांग्रेस ने इन भुगतान को खत्म हो जाने दिया था। इसके बाद व्हाइट हाउस और डेमोक्रेट के बीच इस लोक-लुभावन पैकेज को आगे बढ़ाने को लेकर गतिरोध और बढ़ गया।
कांग्रेस (संसद के) के नेताओं के साथ इन प्रशासनिक वार्ताओं से ट्रंप ने खुद को मौटे तौर पर दूर रखा था और उन्होंने अपनी तरफ से बातचीत की जिम्मेदारी व्हाइट हाउस के चीफ ऑफ स्टाफ मार्क मीडोज और वित्त मंत्री स्टीवन म्नुचिन को सौंपी थी।
ट्रंप ने ताजा फैसलों के तहत 400 अमेरिकी डॉलर की साप्ताहिक सहायता देने के साथ ही पेरोल टैक्स और संघीय शिक्षा ऋण को टालने का फैसला भी किया है।
ट्रंप ने बेरोजगारी लाभ के बारे में कहा कि यह एक सप्ताह में 400 अमेरिकी डॉलर है और हम इसे डेमोक्रेट के बिना कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि राज्यों को इसकी लागत का 25 प्रतिशत हिस्सा वहन करना होगा। अभी यह स्पष्ट नहीं है कि संघीय हिस्सा कहां से आएगा। हालांकि ट्रंप ने संकेत दिया कि पिछले कोरोनावायरस राहत कोष को बचे हिस्से से वे इसके लिए खर्च करेंगे। (भाषा)