पोर्टलैंड पुलिस ने प्रदर्शन को दंगा घोषित किया, लोगों को हटाने के लिए किया बलप्रयोग
पोर्टलैंड। ओरेगन के सबसे बड़े शहर में कानून प्रवर्तन इमारत के बाहर हो रहे प्रदर्शन को पुलिस ने दंगा घोषित कर दिया और वहां मौजूद प्रदर्शनकारियों को हटाने के लिए बल प्रयोग किया। पुलिस विभाग ने ट्विटर पर बताया कि प्रदर्शनकारियों ने छोटे पत्थर, शीशे की बोतलें और अन्य सामान अधिकारियों पर फेंका।
विभाग ने बताया कि सुरक्षा कैमरों को पेंट कर दिया गया और तोड़फोड़ भी की गई। उन्होंने बताया कि पथराव में घायल हुए 2 अधिकारियों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। घोर दक्षिणपंथी प्रदर्ननकारियों के एक छोटे समूह के एवं एक अन्य प्रदर्शनकारी समूह के बीच टकराव के बाद यह स्थिति उत्पन्न हुई।
मुल्तानोमाह काउंटी में 'जस्टिस सेंटर' के सामने पैट्रियट प्रार्थना रैली में लगभग 30 लोगों ने हिस्सा लिया। 'केओआईएन-टीवी' ने पहले अपनी एक खबर में कुछ लोगों के स्वचालित हथियारों से लैस होने की बात कही लेकिन बाद में कहा कि हथियार कौन से थे, यह स्पष्ट नहीं है।
पुलिस ने बताया कि ब्यूरो ने शुक्रवार रात सैकड़ों लोगों के इस जमावड़े को गैरकानूनी घोषित कर दिया था। उन्होंने कहा कि अधिकारियों पर भी हमला किया गया। अधिकारियों ने बताया कि उन्होंने भीड़ को नियंत्रित करने के लिए बलप्रयोग किया और धुआं भी छोड़ा, लेकिन आंसू गैस का इस्तेमाल नहीं किया गया। पुलिस ने पहले बताया था कि 4लोगों को इस मामले में गिरफ्तार भी किया गया है। (भाषा)