मंगलवार, 19 नवंबर 2024
  • Webdunia Deals
  1. समाचार
  2. मुख्य ख़बरें
  3. अंतरराष्ट्रीय
  4. Political crisis in Britain : Rishi Sunak resigns
Written By
Last Updated : बुधवार, 6 जुलाई 2022 (08:51 IST)

ब्रिटेन में फिर सियासी संकट, जॉनसन की माफी के बाद ऋषि सुनक और साजिद जाविद का इस्तीफा

ब्रिटेन में फिर सियासी संकट, जॉनसन की माफी के बाद ऋषि सुनक और साजिद जाविद का इस्तीफा - Political crisis in Britain : Rishi Sunak resigns
लंदन। ब्रिटेन के वित्त मंत्री ऋषि सुनक और स्वास्थ्य सचिव साजिद जाविद ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। उन दोनों ने दबाव बढ़ने पर प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन द्वारा एक दागदार सदस्य को सरकार में अहम पद देने की बात कबूल करने के बाद इस्तीफा दिया।
 
जॉनसन ने मंगलवार को क्रिस पिंचर को उप मुख्य सचेतक नियुक्त करने के लिए माफी मांगी। इसके कुछ ही मिनटों बाद सुनक और जाविद ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया। जॉनसन ने इस बात को स्वीकार कर लिया कि पिंचर 2019 अनुचित व्यवहार करते पाये गये थे।
 
बीबीसी ने मंगलवार को अपनी रिपोर्ट में बताया कि जॉनसन ने सांसद के खिलाफ कदाचार की शिकायत के बारे में बताए जाने के बाद क्रिस पिंचर को सरकारी भूमिका में नियुक्त करने के लिए माफी मांगी है। उन्होंने स्वीकार किया कि उन्हें 2019 में शिकायत के बारे में बताया गया था, लेकिन इस पर कार्रवाई न करके एक बुरी गलती की थी।
 
जॉनसन के संबोधन के कुछ मिनट बाद सुनक और जाविद ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया। पिंचर को पिछले सप्ताह यौन दुराचार के आरोप में टोरी सांसद के रूप में निलंबित कर दिया गया था।

सनक अपने त्याग पत्र में लिखा कि जनता पूरी तरह से उम्मीद करती है कि सरकार ठीक से, सक्षम और गंभीरता से संचालित होगी। उन्होंने लिखा कि मैं मानता हूं कि यह मेरी आखिरी मंत्री पद की नौकरी हो सकती है, लेकिन मेरा मानना है कि ये मानक लड़ने लायक हैं और इसलिए मैं इस्तीफा दे रहा हूं।
 
उन्होंने कहा कि मुझे मंत्री पद छोड़ने का दुख है, लेकिन मैं अनिच्छा से इस नतीजे पर पहुंचा हूं कि हम इस तरह मंत्री बने नहीं रख सकते हैं।
 
वहीं जाविद ने अपने त्याग पत्र में लिखा कि वह प्रधानमंत्री के अधीन अच्छे विवेक में अब और नहीं रह सकते, जिन्होंने अपना आत्मविश्वास खो दिया है। उन्होंने लिखा कि आपने नेता के रूप में जो मापदंड किया है और जिन मूल्यों का आप प्रतिनिधित्व करते हैं, वे आपके सहयोगियों, आपकी पार्टी और अंततः देश को दर्शाते हैं। रूढ़िवादियों को सबसे अच्छे रूप में कठोर निर्णय लेने वालों के रूप में देखा जाता है, जो मजबूत मूल्यों द्वारा निर्देशित होते हैं।
 
उन्होंने आगे कहा, 'हम हमेशा लोकप्रिय नहीं रहे हैं, लेकिन हम राष्ट्रीय हित में कार्य करने में सक्षम हैं। दुख की बात है कि वर्तमान परिस्थितियों में जनता यह निष्कर्ष निकाल रही है कि अब हम भी नहीं हैं।'
 
उन्होंने आगे कहा कि पिछले महीने विश्वास मत से पता चला कि हमारे सहयोगी बड़ी संख्या में सहमत हैं। यह विनम्रता, पकड़ और नई दिशा का क्षण था। हालाँकि, मुझे यह कहते हुए खेद है कि यह मेरे लिए स्पष्ट है कि आपके नेतृत्व में यह स्थिति नहीं बदलेगी और इसलिए आपने मेरा आत्मविश्वास भी खो दिया है। (वार्ता)
ये भी पढ़ें
क्रूड ऑइल हुआ 9 डॉलर सस्‍ता, पेट्रोल-डीजल की कीमतों में कोई बदलाव नहीं, जानिए आज क्या हैं ताजा भाव