जैश-ए-मोहम्मद के मदरसों पर पाकिस्तान ने जड़ा ताला
लाहौर। पाकिस्तान ने भारत के पठानकोट वायुसैनिक अड्डे पर हमले के मास्टरमाइंड आतंकवादी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के कई मदरसों को बंद कर दिया है।
प्रधानमंत्री नवाज शरीफ का गढ़ माने जाने वाले पंजाब प्रांत में यह कार्रवाई की गई। इससे पहले जैश-ए मोहम्मद के सरगना मौलाना मसूद अजहर समेत कई आतंकवादियों को पकड़ा गया था। जैश-ए-मोहम्मद का मुख्यालय भी पंजाब प्रांत में ही है।
पंजाब प्रांत के कानून मंत्री राणा सनाउल्लाह ने कहा कि आतंकवाद रोधी विभाग के अधिकारियों ने गुरुवार को डस्का इलाके में जामियातुल नूर मदरसे पर छापा मारा और कई लोगों को गिरफ्तार किया। मदरसे को सील कर दिया गया है और वहां से दस्तावेजों तथा किताबों को जब्त कर लिया गया है।
उन्होंने कहा कि जैश ए मोहम्मद द्वारा संचालित कई अन्य मदरसों और कार्यालयों पर छापा मारकर उन्हें बंद किया गया है। साथ ही कई लोगों को भी गिरफ्तार किया गया है।
सनाउल्लाह ने एक टीवी चैनल को दिए साक्षात्कार में पुष्टि की कि मसूद अजहर को एहतियातन हिरासत में लिया गया है और अगर पठानकोट हमले में उसकी संलिप्तता साबित हो जाती है तो उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
पाकिस्तान ने कहा कि उसने जैश ए मोहम्मद पर शिकंजा कसना शुरू कर दिया है। भारत का कहना है कि गत दो जनवरी को पठानकोट वायुसैनिक अड्डे पर हमला करने वाले आतंकवादी जैश ए मोहम्मद के थे। पाकिस्तान भारत के इस दावे की जांच कर रहा है।
पठानकोट हमले के तुरंत बाद ही अफगानिस्तान में भारतीय दूतावास पर हुए हमले के तार भी जैश ए मोहम्मद या आर्मी ऑफ मोहम्मद से जुड़ रहे है। जैश ए मोहम्मद ने ही वर्ष 2001 में भारत की संसद पर हमला किया था।
पठानकोट हमले के मद्देनजर भारत और पाकिस्तान के बीच आज होने वाली विदेश सचिव स्तरीय बैठक को भी टाल दिया गया है। दोनों देशों ने आपसी सहमति से वार्ता को टालने का फैसला लिया। (वार्ता)